सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 11 जून। पूर्व मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह ने जारी बयान में कहा कि बलौदा बाजार की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और इस अप्रिय स्थिति का कारण सरकार की लापरवाही है।
डॉ. प्रेमसाय सिंह ने घटना को लेकर कहा कि पवित्र जैतखम्भ को नुकसान पहुंचाने के मामले में असामाजिक तत्वों पर त्वरित कठोर कार्रवाई की गई होती तो शायद यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना नहीं होती।
उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील करते हुए कहा कि संयम और शांति बनाये रखे, कानून को हाथ में न ले। सभ्य समाज में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। बाबा साहब के बनाये कानून पर भरोसा रखे।
पूर्व मंत्री ने कहा कि प्रदेश भाजपा की साय सरकार की अकर्मण्यता के चलते ही बलौदाबाजार में कानून व्यवस्था बिगड़ी है। यदि समय रहते जैतखंभ को क्षति पहुंचाने वालों पर कार्रवाई की गई होती और आहत समाज से संवाद किया गया होता तो ऐसी अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं होती। धार्मिक भावनाएं आहत होने पर आंदोलित समाज को पहले ही विश्वास में लिया गया होता तो ऐसे विध्वंसक प्रतिक्रिया नहीं होती।
डॉ. प्रेमसाय सिंह ने कहा कि पूरे घटनाक्रम में घोर प्रशासनिक लापरवाही स्पष्ट है। साय सरकार आने के बाद से छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था बेहद खराब हो चुकी है और बलौदाबाजार के साथ प्रदेश की स्थिति चिंताजनक है। इस तरह की यह देश की पहली घटना है। ताज्जुब की बात है कि सरकार उन्हें न तो समझा पाई और न ही रोक पाई। प्रशासन को इतने बड़े आंदोलन की भनक भी नही ंलगी। भाजपा की इस डबल इंजन की सरकार में कुछ भी संभव है और यही कारण कि छत्तीसगढ़ भी मणिपुर की तरह जल रहा है।


