सूरजपुर
3 साल से नहीं खुली दुकानें, सफाई के साथ मूलभूत सुविधाओं की भी कमी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सूरजपुर, 7 अप्रैल। जिले के जिला मुख्यालय स्थित हाईटेक बस स्टैंड का बुरा हाल है, 15 दिसम्बर 2020 को तत्कालीन मुख्यमंत्री समेत कई मंत्रियों की उपस्थिति में इसका शुभारंभ तो कर दिया गया, परंतु आज तक एक भी दुकान नहीं खुल सकी है, मूलभूत सुविधाओं का बड़ा अभाव है। पीने के पानी और शौच के लिए यात्रियों को भटकना पड़ रहा है।
इस संबंध में नगर पालिका अधिकारी मुक्ता सिंह चौहान का कहना है कि कल ही मैं खुद जाकर हाईटेक बस स्टैंड की सफाई करवाई हूँ, वाटर एटीएम में बिजली की समस्या है उसे भी शुरू करवा दिया गया है, सुलभ शौचालय को भी मैंने चालू करवा दिया है।
दुकानों के संबंध में उन्होंने बताया कि हाईटेक बस स्टैंड के अंदर की दुकानों को लोगों ने ले तो लिया, पर किसी ने शुरू नहीं की, अब तक अनुबंध भी नहीं किया है लोकसभा चुनाव के बाद नए सिरे से अनुबंध कर दुकानों को खुलवाने की प्रक्रिया की जाएगी।
जानकारी के अनुसार सूरजपुर जिले में रिंग रोड के जेल पारा पर हाईटेक बस स्टैंड का लोकार्पण तत्कालीन मुख्यमंत्री के हाथों हुआ, 3 साल से ज्यादा हो गया भवन में गंदगी पसरी हुई है, सीएमओ सफाई का दावा कर रही है, बावजूद इसके भवन का हाल बेहाल है, नाम के अनुरूप भवन में कुछ भी हाईटेक नहीं है।
भवन में सीसीटीवी लगा हुआ है पर तार कटे हुए हैं, इस भवन में वाई फाई की बात करना बेमानी होगी। हाईटेक भवन के स्थल चयन के कारण यहां यात्रियों के अलावा और किसी की आवाजाही नहीं होने के कारण इसकी तरफ कोई देखने नहीं जाता है, एक तरफ बसे खड़ी होती है तो दूसरी तरफ बस स्टैंड एकदम वीरान रहती है।
जीर्ण-शीर्ण हो रहा है भवन
सूरजपुर जिले में वर्ष 15 दिसम्बर 2020 में 3 करोड़ 18 लाख की लागत से भव्य हाईटेक बस स्टैंड का निर्माण कर शुभारंभ किया गया, परंतु मात्र 3 वर्ष बाद ही भवन जीर्ण शीर्ण अवस्था में पहुंच गया है, भवन में असमाजिक तत्वों का डेरा रहता है, जिसके कारण भवन को काफी क्षति पहुंचाई गई है। भवन की हर दीवार मकड़ी की जाली से रची हुई है। दरवाजे खिडक़ी टूट गई है।
वाटर एटीएम बन्द
हाईटेक बस स्टैंड के सामने वाटर एटीएम का निर्माण करवाया गया है, पर निर्माण के बाद ही वो बन्द ही है,जब मीडिया मौके पर पहुंची तो एटीएम बन्द मिला, जिले में पड़ रही भीषण गर्मी के कारण यहां पहुंचने वाले गरीब यात्रियों को पीने का शुद्ध पानी नसीब नहीं हो पा रहा है।
प्रतीक्षा के जगह दुकानें
हाई टेक बस स्टैंड में जहां यात्रियों के बैठने की व्यवस्था की गई है कुर्सियां लगाई गई है, काउंटर बनाए गए है, उसके सामने कई लोगो ने अपनी दुकानें लगा रखी है, यदि कोई यात्री आकर कुर्सी में बैठ जाता है वो उसे वहां से भगा दिया जाता है, यहां बने काउंटर के सामने दुकानदारों ने कब्जा जमा रखा है, यहां वन विभाग के संजीवनी हर्बल उत्पादों का विक्रय केंद्र खोला जाना था जो अब तक नहीं हो सका है।
दुकानें नहीं खुली
हाईटेक बस स्टैंड सुरजपुर के अंदर बनी एक भी दुकानों को अब तक खोला नहीं जा सका है, जबकि 3 साल से ज्यादा समय इसके शुभारंभ को हो चुका है, दुकानों के शटर गिरे हुए हैं। मवेशियों और कुत्तों का यह आश्रय स्थल बना हुआ है। हाईटेक बस स्टैंड के दोनो तरफ कई दुकानों का निर्माण करवाया गया है परंतु सभी वीरान पड़ी हुई है।
टाइल्स टूट-फूट गई
3 करोड़ से ज्यादा की लागत से बने इस हाईटेक बस स्टैंड में लगी टाइल्स उखड़ चुकी है, ज्यादातर स्थानों पर टाइल्स टूट गई है, टाइल्स के निकल जाने से रेत बाहर निकल कर बिखरी हुई है, जिससे बस स्टैंड में कचरा बना रहता है। कई स्थान पर फर्श धंस गई है, रैंप के आगे पीछे का हिस्से भी टूट गए हंै। हाईटेक बस स्टैंड जिस पर लिखा था वो टाइल्स भी टूट कर गिर चुकी है। यहाँ लगाई गई कुर्सियां भी टूट चुकी हैं। यात्री नीचे ही बैठकर बस का इंतजार किया करते हंै।


