सूरजपुर

रिहायशी इलाकों में घुसा हाथी-दल
21-Oct-2021 4:40 PM
रिहायशी इलाकों में घुसा हाथी-दल

तीन गांवों के स्कूल-आंगनबाड़ी बंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भैयाथान, 21 अक्टूबर।
सूरजपुर जिले के भैयाथान विकासखण्ड के रिहायशी इलाके में हाथियों के आने से लोग दहशत में है। ग्राम सिरसी के कोसाबाड़ी में 24 हाथियों का दल डेरा जमाया हुआ है। हाथियों के आने से तीन ग्राम पंचायतों के स्कूल व आंगनबाड़ी को प्रशासन के द्वारा बंद करा दिया गया है। ये वही हाथी का दल है, जो ग्राम चेन्द्रा व जाज इलाके में पिछले कई दिनों से किसानों की फसल रौंदने के साथ कई घरों को तोड़ दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार यह 24 हाथियों का दल बीती रात ग्राम चेन्द्रा जंगल से टोमो,भाड़ी, होते हुए रजबहर पहुंचा। यहां रमेश चौकीदार के घर को घेर लिया और उस घर को नुकसान करने बाद बाउंड्री को भी तोड़ दिया।

इसके बाद वहां से हाथियों का दल निकला और परसापारा से होते हुए झिलमिली पहुंचा, यहां कुछ किसानों के फसल को खाते हुए भैयाथान-प्रतापपुर मार्ग को पारकर मोहली पहुंचा, जहां किसानों की धान की फसल को रौंदते हुए भैयाथान का रेण नदी पार किया और लखनपुर प्लांटेशन होते हुए सुबह ग्राम सिरसी पहुंचा। जहां कोसा बाड़ी में हाथियों का दल डेरा जमाए हुए। इसकी खबर लगते ही डीएफओ बीएस भगत अपने दल बल के साथ ग्राम सिरसी में पहुंचकर हाथियों के दल पर नजर बनाए हुए हैं।

24 हाथियों का दल ग्राम सिरसी में आने के बाद तीन ग्राम पंचायत के स्कूल, आंगनबाड़ी को प्रशासन के द्वारा बन्द करा दिया गया है, जिनमें ग्राम सिरसी, चोपन, रगदा  के स्कूल व आंगनबाड़ी शामिल हैं।

ग्राम चेन्द्रा से भैयाथान ब्लॉक के ग्रामों में हाथियों के आने की जानकारी वन विभाग को नहीं थी। ग्राम रजबहर, परसापारा के ग्रामीणों द्वारा हाथियों के आने की जानकारी वन विभाग को दी गई। जिसके बाद वन अमला सक्रिय हुआ और हाथियों के मूवमेंट पर नजर बनाए रखा, जिससे कोई जन हानि तो नहीं हुई, लेकिन धान की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है।
इस संबंध में सूरजपुर डीएफओ बीएस भगत ने ‘छत्तीसगढ़’  को बताया कि 24 हाथियों का दल ग्राम चेन्द्रा से बीती रात में भैयाथान इलाके में पहुंचा, जिसके बाद कई गांवों से गुजरकर ग्राम सिरसी के कोसा बाड़ी में डेरा जमाए हुए है। किसानों की फसल को हाथियों द्वारा पहुंचाएं नुकसान का आंकलन किया जाएगा। हाथियों के मूवमेंट व ट्रैकिंग के लिए देहरादून व तमिलनाडु से हाथी ट्रैकर आए हुए हैं। उनके द्वारा हाथियों के गतिविधियों को ट्रैक करेंगे कि हाथी किधर जाएंगे, शाम होते ही क्लियर हो जाएगा। रिहायशी इलाके में हाथियों के आने से विभाग को बड़ी चुनौती है कि हाथियों ंको रिहायशी इलाके से कैसे निकाला जाए और उनको जंगल की ओर कैसे खदेड़ा जाए, यह बड़ा चुनौती है। फिलहाल हाथियों का दल ग्राम सिरसी के कोसाबाड़ी में डेरा जमाए हुए हैं।
 


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