सुकमा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 26 जुलाई। कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन तथा डीएफओ अक्षय भोंसले के मार्गदर्शन में जिले में वन्यप्राणियों के संरक्षण एवं पुनर्वास के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
वन परिक्षेत्र क्रिस्टाराम में शुक्रवार को विद्यालयीन छात्र-छात्राओं, ग्रामीणजनों एवं जनप्रतिनिधियों के समक्ष वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा वन्यप्राणियों की सुरक्षा, उनके संरक्षण तथा मानव-वन्यप्राणी संघर्ष से बचने के उपायों पर जानकारी दी गई। यह जागरूकता अभियान हाल ही में सुकमा जिले में एक भालू (स्लॉथ बेयर) पर कुछ ग्रामीणों द्वारा की गई क्रूरता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने की परिप्रेक्ष्य में आयोजित की गई थी। इस घटना ने वन्यप्राणी संरक्षण के प्रति आमजन में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को उजागर किया। कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीणों को बताया गया कि वन्यप्राणी हमारे पारिस्थितिक तंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और उनके साथ मानवीय व्यवहार किया जाना चाहिए।
कार्यक्रम के पश्चात आश्रम परिसर में फलदार पौधों का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। इसके पश्चात बच्चों के द्वारा गांव में रैली निकालकर और पम्फलेट बांटकर वन्यजीव और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। विशेष रूप से यह कार्यक्रम बच्चों में प्रकृति और वन्यजीवों के प्रति संवेदनशीलता और जागरूकता उत्पन्न करने में सफल रहा, जो भविष्य में प्रकृति के सच्चे रक्षक बनेंगे।
वनमंडलाधिकारी सुकमा अक्षय भोंसले के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में वन परिक्षेत्र अधिकारी गोलापल्ली, क्रिस्टाराम, ग्राम क्रिस्टाराम के सरपंच सुन्नम कामा, सेंदूरगुड़ा के सरपंच कुंजाम हुर्रा एवं वन प्रबंधन समिति अध्यक्ष मल्लम बोज्जी एवं वन विभाग के कर्मचारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।