सुकमा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 15 जुलाई। राष्ट्रीय राजमार्ग 30 अब गड्डों में तब्दील हो गया है। केशलूर से लेकर तोंगपाल तक इतने गढ्ढे हो गए है जिसके कारण यात्रियों को बहुत परेशानी हो रही है। छोटी गाडिय़ां तो गड्ढों में ही समा जा रही है। इसलिए अधिकांश यात्री दंतेवाड़ा होकर जाने के लिए मजबूर हंै। आए दिन शिकायतों के बावजूद डबल इंजन की सरकार सडक़ों की मरम्मत तक नहीं करा पा रही है, अगर समय रहते सडक़ों की मरम्मत नहीं हुई तो उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। उक्त बातें पूर्व जिपं अध्यक्ष हरीश कवासी ने कही।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने कहा कि चुनाव से पहले भाजपा ने घूम-घूम कर डबल इंजन की सरकार बना दो तो ये कर देंगे वो कर देंगे जैसे बड़े-बड़े वादे किए। लेकिन हकीकत यह है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 30 की मरम्मत कार्य तक नहीं करा पा रहे है। केशलूर से लेकर तोंगपाल के बीच सैकड़ों बड़े-बड़े गड्ढे हैं, जहां से वाहनों का चलना मुष्किल हो गया है। मजबूरी में यात्री दंतेवाड़ा होकर जगदलपुर जा रहे है जिससे उन्हें अतिरिक्त पैसे खर्च करने पड़ रहे है। वहीं कई बार शिकायतें हुई और मम्मत के नाम पर कुछ गड्ढों में मुरूम डाला गया वो भी एक-दो बारिश में बह जाऐंगा। क्योंकि गड्ढे इतने बड़े है और भारी वाहनों की आवाजाही है इसलिए उन गड्ढों का स्थाई समाधान करना पड़ेगा। डबल इंजन की सरकार के नेता फोरलेन की बात कह रहे हंै। पहले सडक़ को चलने के लायक बना दो उसके बाद फोरलेन बनाने की बात कहना चाहिए। साथ ही सुकमा और कोंटा के बीच की सडक़ विधायक कवासी लखमा और उनके कार्यकर्ताओं के संघर्ष के बाद बनी है, लेकिन अब उस सडक़ की भी स्थिति खराब हो रही है। जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं, उस सडक़ की भी मरम्मत होनी चाहिए, ताकि आम जनता बिना परेशानी के आवागमन कर सके। अगर समय रहते सडक़ों की मरम्मत कार्य नहीं की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी जवाबदारी शासन-प्रशासन की होगी।