सुकमा

प्रशिक्षण लेकर कई युवतियां बनीं हुनरमंद, कर रही अपना रोजगार
12-Mar-2025 10:50 PM
प्रशिक्षण लेकर कई युवतियां बनीं हुनरमंद, कर रही अपना रोजगार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

सुकमा, 12 मार्च। सुकमा में कुछ युवतियां कठिन संघर्ष कर और चुनौतियों का सामना कर आज सफलता की नई कहानी गढ़ रही हैं। पढ़ाई के बाद वे सिलाई करना सीखकर आज सुकमा की बेस्ट ड्रेस डिज़ाइनर बन गई हैं। 24 वर्षीय शबाना बेगम कहती हैं जो काम शुरू किया उसे ताउम्र चलाना ही इकलौता मकसद बन गया हैं। अपने कर्मों से सफलता की एक कहानी गढ़ी हैं सुकमा के शबाना बुटीक सिलाई शॉप की ऑनर शबाना बेगम ने। ढेर वर्षों से युवक्तियों को बगैर शुल्क लिए सिलाई का प्रशिक्षण दे रही हैं। उनकी वाटिका में स्वावलंबन के फूल खिल रहे हैं।

पिता के साथ पारिवारिक जिम्मेदारी में करने लगी सहयोग

शबाना बचपन में ही पढ़ाई-लिखाई के दौरान पिता का हाथ बढ़ाती थीं। ग्रेजुवेशन समाप्त होने के बाद उसने काम करने का फैसला लिया। 2 मशीन के साथ शुरू की गई शबाना बुटीक सिलाई, साल भर में 07 मशीन और 5 स्टॉफ के साथ बेस्ट ड्रेस डिज़ाइनर शॉप बन गया हैं। शबाना कहती हैं प्रतिमाह 20 हजार से ज्यादा की बचत वे कर लेती हैं। शबाना के पिता मोहम्मद अय्यूब कहते हैं मुझे अपनी बेटी पर गर्व हैं। वे पढ़ाई खत्म कर नौकरी के अप्लाई किया परंतु नौकरी ना लगने पर वे खुद का काम शुरू किया। आज मेरी बेटी घर संभालती हैं, मुझे फक्र होता हैं अपनी बिटियां पर। शबाना बुटीक से कई युवक-युवतियां सिलाई सिखाकर आत्मनिर्भर बन रहे हैं।

हुनर सीखकर, कर रहे अच्छी कमाई

शबाना के सिलाई का हुनर सीखकर क्षेत्र के युवा आत्मनिर्भर बन रहे हैं। तालनार गांव के युवक राजू पोडियामी ने बताया मेरे गांव में कोई कपड़ा सिलने वाला नहीं था। मैंने शबाना बुटीक के सिलाई का कार्य नि:शुल्क में सिखा और अब अपने गांव में सिलाई दुकान खोलकर अपना घर चला रहा हूँ।

शबाना के सिलाई दुकान से 05 और युवतियों ने सिलाई सीखा और वे अब अपने घर पर कपड़ा सिलाई करते हैं। युवतियों का कहना है कि वे इनके पास ड्रेस डिजाइनिंग भी सीखते हैं। जिसके चलते मार्केट में उन्हें अच्छा पैसा मिल जाता हैं।


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