सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 16 जनवरी। पूर्व आबकारी मंत्री और कोंटा के कांग्रेस विधायक कवासी लखमा की गिरफ्तारी के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी ने गुरुवार को सुकमा बंद का ऐलान किया था। इसी कड़ी में आज दुकानें बंद रही। जिले में बंद का व्यापक असर दिखा।
कोंटा विधायक कवासी लखमा को ईडी द्वारा गिरफ्तारी के बाद 7 दिन के रिमांड में रखने न्यायालय के आदेश को लेकर सुकमा जिले के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। दो वर्ष पूर्व हुए छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाले को लेकर लगभग कई नेता से लेकर प्रशासकीय अधिकारी जेल की सलाखों के पीछे हैं। जांच की उसी कड़ी में कुछ दिन पूर्व ईडी के कार्रवाई में कवासी लखमा के लगभग सभी करीबियों के घरों में छापा मारा गया।
कुछ दस्तावेज के आधार पर अब तक तीसरी बार ईडी दफ्तर पहुंचे कवासी लखमा को पूछताछ के बाद बुधवार को गिरफ्तार किया गया।
उनकी गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को पूरे बस्तर संभाग में पुतला दहन से लेकर विरोध प्रदर्शन और जिला बंद कांग्रेसियों द्वारा किया गया।
जिला के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है। कांग्रेस पार्टी के द्वारा पूरे जिले में लगने वाले व्यापारिक प्रतिष्ठानें दुकान बंद कराया गया।
आज जिला मुख्यालय के बस स्टैंड चौक में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा कवासी लखमा के पक्ष में आवाज बुलंद करते हुए केंद्र सरकार की नीति और रीति को लेकर, ईडी द्वारा की गई कार्रवाई को छत्तीसगढ़ सरकार में चल रहे भ्रष्टाचार के विरोध में विधानसभा में मुद्दे उठाने वाले नेता के आवाज को बंद करने की कार्रवाई बताया और आने वाले समय में उग्र से उग्र आंदोलन की चेतावनी देकर केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ सरकार का विरोध प्रदर्शन किया।


