राजपथ - जनपथ
रविवार से सत्र की शुरूआत इसलिए...
विधानसभा का शीतकालीन सत्र 14 दिसंबर यानी रविवार से शुरू हो रहा है। यह सातवां सत्र है। आम तौर पर शनिवार, और रविवार को विधानसभा का अवकाश रहता है, लेकिन इस बार छुट्टी के दिन रविवार से ही सत्र की शुरुआत हो रही है।
राज्य बनने के बाद पहला विधानसभा का सत्र राजकुमार कॉलेज के जशपुर हॉल में 14 दिसंबर 2000 को हुआ था। हालांकि सदन की कार्रवाई के पहले दिन कुछ विपक्षी कांग्रेस सदस्य गैरहाजिर रह सकते हैं। इसकी वजह है कि 14 तारीख को ही दिल्ली में कांग्रेस की बड़ी रैली-सभा होने जा रही है।
सभा में देशभर के कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल, पूर्व मंत्री उमेश पटेल के साथ ही कई विधायक सभा में शिरकत करने दिल्ली जा रहे हैं।
हालांकि नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत को भी दिल्ली जाना था, लेकिन चूंकि वो विधायक दल के मुखिया हैं, इसलिए वो यहां रहकर सदन की कार्रवाई में हिस्सा लेंगे। पहले दिन प्रश्नकाल-ध्यानाकर्षण नहीं होगा। सरकार की तरफ से विजन-2047 को लेकर प्रेजेंटेशन दिया जाएगा। ऐसे में सदन की कार्रवाई जल्द निपटने के आसार हैं
शादी बहरीन- बिलासपुर की और गूगल
इस वर्ष के शादियों के मुहूर्त खत्म हो रहे हैं। इस दौरान इनमें शामिल बराती-घराती आमंत्रित मेहमानों के बीच एक चर्चा रही अन्न की बर्बादी कैसे रूके। जरूरत के मुताबिक खाद्यान्न लेने के बजाय प्लेट भर लेकर छोडऩे की आदत कैसे छूटे। वैसे शुगर बीपी, अपच जैसे समस्या से, प्लेट के भराव में कमी आई है। हम यह इसलिए कह, बता रहे कि हाल में बिलासपुर में एक शादी हुई। बिलासपुर मूल के देवांगन परिवार ने बहरीन से आकर अपने बेटे का विवाह किया। बहु बिलासपुर की है जो अब पति के साथ यूरोप में रहेगी। यह परिवार शादी में यहां के खान-पान पर दांतों तले उंगली दबाते रहा। मेहमानों के हाथ में भरे भरे प्लेट देख कहते रहे कितना खाते हैं और कितना बर्बाद कर रहे। और एक शादी में कितनी बार खाते हैं।
एक परिजन से रहा नहीं गया तो पूछ बैठा। जवाब मिला बहरीन में शादी एक ही बार लंच या डिनर बस..चाहे घराती हो बराती या आमंत्रित। और प्लेट में कुछ ग्राम बिरयानी, कुछ खजूर और हलवा बस। सवाल करने वाले से रहा नहीं गया। उसने गूगल पर सच्चाई क्लिक किया तो यह जवाब मिला-बहरीन में शादी का खाना पारंपरिक और स्वादिष्ट होता है, जिसमें मचबूस (मसालेदार चावल और मांस/मछली), कूजी (चावल के साथ भरवां मेमना), और सलूना (सब्जिय़ों का स्टू) जैसे मुख्य व्यंजन होते हैं, जिन्हें खुब्ज (रोटी) के साथ खाया जाता है। मीठे में मुहम्मर (खजूर और गुलाब जल), रहश, और खानफरुश (पेस्ट्री) जैसे पकवान होते हैं, और गहवा (कॉफी) गर्मजोशी से परोसी जाती है, जो बहरीनी शादियों में मेहमानों को भरपूर और यादगार भोजन का अनुभव कराता है।
सूचना आयोगों में नियुक्ति अगले सप्ताह?
संसद का सत्र चल रहा है। इस दौरान केन्द्रीय सूचना आयुक्तों के रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए भी दिल्ली में बैठक होने वाली है। इससे परे छत्तीसगढ़ में भी मुख्य सूचना आयुक्त, और सूचना आयुक्त की नियुक्ति को लेकर हलचल है।
छत्तीसगढ़ में मुख्य सूचना आयुक्त, और सूचना आयुक्त की नियुक्ति को लेकर हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी। इस वजह से यहां नियुक्ति की प्रक्रिया रूक गई। हाईकोर्ट ने कुछ दिन पहले ही नियुक्ति से जुड़ी याचिकाओं को निराकृत कर दिया है। इसके बाद मुख्य सूचना आयुक्त, और सूचना आयुक्त की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। प्रदेश में मुख्य सूचना आयुक्त के अलावा सूचना आयुक्त के दो पद खाली हैं। इसके लिए आवेदन बुलाए गए थे। मुख्य सूचना आयुक्त और सूचना आयुक्त की नियुक्ति के लिए इंटरव्यू हो चुका है। विधानसभा का सत्र 14 तारीख से शुरू हो रहा है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि सत्र की अवधि में सीएम बैठक कर नियुक्ति कर सकते हैं। मुख्य सूचना आयुक्त पद के लिए पूर्व सीएस अमिताभ जैन, पूर्व डीजीपी अशोक जुनेजा सहित दर्जनभर से अधिक रिटायर्ड अफसरों, और अन्य अभ्यर्थियों ने इंटरव्यू दिए थे। अमिताभ जैन रिटायरमेंट के बाद अभी उन्हें कोई और दायित्व नहीं दिया गया है। ऐसे में उन्हें मुख्य सूचना आयुक्त पद के लिए सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है। देखना है आगे क्या कुछ होता है।


