राजपथ - जनपथ

पंजाब से छोड़-छुट्टी की हसरत?
हल्ला है कि पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने पंजाब कांग्रेस का प्रभार छोडऩे की इच्छा जताई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव बघेल को छह माह पहले ही पंजाब कांग्रेस का प्रभारी बनाया गया था। कहा जा रहा है कि पूर्व सीएम छत्तीसगढ़ में ही ज्यादा से ज्यादा समय देना चाहते हैं। उनकी जल, जंगल, और जमीन के मुद्दों को लेकर पदयात्रा की योजना है।
हालांकि पूर्व सीएम ने खुले तौर पर इच्छा जाहिर नहीं की है, लेकिन पार्टी के लोगों के बीच इसकी काफी चर्चा हो रही है। पंजाब में इसी साल विधानसभा के चुनाव भी हैं। कांग्रेस यहां पूरी ताकत झोंक रही है। ऐसे में हाईकमान पूर्व सीएम की जगह कोई नया प्रभारी बनाएगी या फिर, बघेल ही पद पर बने रहेंगे, यह देखना है।
खराब नतीजों पर भी बच गए क्योंकि...
स्कूल शिक्षा विभाग में डेढ़ सौ से अधिक अफसरों-कर्मचारियों के तबादले हुए हैं। तबादलों में उन अफसरों को किनारे किया गया है, जिन्हें संबंधित जिला या फिर ब्लॉकों में 10वीं या 12वीं के खराब नतीजों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा था। सूची में रायपुर डीईओ विजय खंडेलवाल का भी नाम है, जिन्हें महासमुंद डाइट का प्राचार्य बनाया गया है।
खास बात ये है कि रायपुर के सरकारी स्कूलों में अतिशेष शिक्षकों की संख्या काफी अधिक थी। मगर दसवीं बोर्ड में रायपुर जिला 30 वें नंबर पर रहा है। सीएम विष्णु देव साय ने खराब नतीजे पर महासमुंद, और जीपीएम के डीईओ को निलंबित कर दिया था, लेकिन रायपुर डीईओ विजय खंडेलवाल बचे रहे।
खंडेलवाल को सांसद बृजमोहन अग्रवाल का करीबी माना जाता है। यही वजह है कि उन पर कार्रवाई नहीं हो पाई थी। रायपुर में हिमांशु भारती को लाया गया है, जो पहले भी रायपुर डीईओ रह चुके हैं। कुछ इसी तरह की शिकायत सरगुजा संभाग के शिक्षा अफसरों के खिलाफ भी आई थी। यहां के संयुक्त संचालक हेमंत उपाध्याय, और डीईओ अशोक सिन्हा को भी हटा दिया गया है। पहली बार स्कूल शिक्षा विभाग में आमूल चूल परिवर्तन हुआ है। देखना है कि आने वाले समय में इसका क्या नतीजा निकलता है।
कर्मों से पीछा छुड़ाएं भी तो कैसे?
कोरबा में जलभराव की समस्या को देखने निकले पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि पाली-सराईपाली कोयला खदान में भाजपा गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। साथ ही उन्होंने कुसमुंडा खदान में बड़े पैमाने पर कोयला और डीजल चोरी होने की बात भी कही।
पूर्व मंत्री के आरोप गंभीर हैं, लेकिन उतने नहीं जितना उन्होंने खुद कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में लगाए थे, खासकर 2023 के चुनाव नतीजों के बाद। तब उन्होंने अपनी हार का ठीकरा, अपनी ही सरकार की कार्यशैली पर फोड़ा था। उनका कहना था कि पूरी सरकार सिर्फ चुनिंदा लोगों के भरोसे चलती रही, बाकी मंत्रियों को ताकत ही नहीं दी गई। साजिश के तहत आईएएस-आईपीएस अफसरों ने विकास कार्यों को रोकने साजिश रची। कलेक्टरों ने पैसों के भुगतान रोक दिए। कबाड़ और डीजल चोरी को संरक्षण मिला। बाहर के गुंडों को कोरबा में बसाया गया और अपराध कराए गए, ताकि हमारी बदनामी हो। वैसे, हाल ही में कोयला खदान में वर्चस्व को लेकर खूनी संघर्ष भी हुआ, जिसमें एक जान चली गई थी। ऐसे में जयसिंह अग्रवाल की चिंता जायज है, लेकिन वे खुलकर यह नहीं कह पाए कि जब हमारी अपनी सरकार थी तब भी चोरी-रंगदारी रोक नहीं पाए, हाथ बंधे थे। अब भाजपा सरकार है, जिसने तब इसे बड़ा मुद्दा बनाया था, तो अब तो चोरी-रंगदारी बंद होनी चाहिए।
इधर, भाजपा के जिला अध्यक्ष गोपाल मोदी ने अग्रवाल के आरोपों पर पलटवार करते हुए कोयला लेवी घोटाले में जेल गए अफसरों और कारोबारियों के नाम गिना डाले। कहा कि ये सब उन्हीं की सरकार के खास थे।
दूसरी तरफ, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कहते हैं कि भाजपा सरकार पर कांग्रेस को आक्रामक रहना चाहिए, लेकिन दिक्कत यह है कि जैसे ही कांग्रेस हमला बोलती है, भाजपा नेता घाव कुरेद देते हैं। यह उतनी पुरानी बात नहीं कि आम लोगों के दिमाग से मिट गई हो। सत्ता में रहते कुछ लोग मजे लूटते रहे और अब हार के बाद पूरे संगठन को उन पांच सालों का बोझ उठाना पड़ रहा है।
चंद्रमा के गड्ढ़ों जैसा हाइवे!
बारिश के बाद छत्तीसगढ़ के हाईवे की हालत देखकर लोग सोच रहे हैं कि विकास की मंजिल तक अपना प्रदेश क्या इन रास्तों से ही गुजरकर पहुंचेगा ? दूर से तस्वीर देखें तो ऐसा लगेगा, जैसे चांद या मंगल ग्रह की सतह हो। लेकिन गौर से देखो तो समझ आता है कि ये हमारे अंबिकापुर-बलरामपुर राष्ट्रीय हाईवे, या कबीरधाम-जबलपुर बाईपास या बिलासपुर का मोकपा बाईपास हो सकता है।
पूरी सडक़ में बड़े-बड़े गड्ढे, पानी और कीचड़ से भरे रास्ते, कहीं गाड़ी पलटी तो कहीं लोग घंटों जाम में फंसे। हालत यह है कि गाडिय़ां और जान दोनों खतरे में पड़ गई हैं। ऊपर से जनता के करोड़ों रुपये भी इसी कीचड़ में बह गए।
पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने सोशल मीडिया पर सडक़ की फोटो डालते हुए तंज कसा कि भाजपा के डबल इंजन सरकार में छत्तीसगढ़ में डबल भ्रष्टाचार चल रहा है।