राजनांदगांव

ईद की नमाज में कोरोना को दुनिया से रूखसत की दुआएं
14-May-2021 2:35 PM
ईद की नमाज में कोरोना को दुनिया से रूखसत की दुआएं

कोरोना पाबंदी से घरों में नमाज, सेवईयों की खुशबू से महका घर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 मई।
रमजान के पाक महीने के आखिरी दिन ईद-उल-फितर का त्यौहार कोरोना पाबंदियों की भेंट चढ़ गया। लगातार दूसरे साल ईद के मुबारक मौके पर कोरोना के चलते मुस्लिम धर्मावलंबियों ने घरों में ही नमाज अता की। शुक्रवार को सुबह घरों में विशेष नमाज में कोरोना को दुनिया से रूखसत करने के लिए दुआएं की गई। अल्ला-ताअला से समाज के लोगों ने वैश्विक महामारी के खात्मे के लिए गुजारिश की। 

बीते साल भी ईद पर्व कोरोना की वजह से घरों तक ही सिमटा रहा। इस साल भी हालात खराब होने के चलते सामूहिक नमाज करने की रिवायत पर रोक रही। करीब एक माह तक  रोजा रखने के बाद ईद का पर्व पारंपरिक रूप से मनाया जाता है। ईद के लिए खास तरह की घरों में तैयारी की जाती है। कोरोना से तैयारी पर भी प्रतिकूल असर पड़ा। हालांकि छोटे बच्चों में पर्व को लेकर उत्साह था। ईद पर्व के लिए प्रशासन की ओर से विशेष गाईड लाइन जारी की गई थी, जिसके तहत मस्जिदों में सिर्फ 5 लोगों को ही नमाज अदा करने की छूट दी गई थी। जबकि समाज के लोगों को घरों में ही  रहकर नमाज अदा करने की अपील की गई थी। 

स्थानीय जामा मस्जिद, हन्फी मस्जिद, गौरीनगर स्थित नूरी मस्जिद समेत अन्य मस्जिदों में कोरोना की पाबंदी से चुनिंदा लोग ही नमाज अदा कर पाए। घरों में आज सुबह से ही नमाज अदा करने के लिए परिवार के लोग आपस में जुटे। नमाज में कोरोना की समाप्ति के लिए विशेष दुआएं की गई। इस बीच पर्व पर परंपरागत सेवई की महक घरों में बिखरी रही। सेवई परोसे जाने की परंपरा के तहत लोगों के मुंह मीठे कराए गए। गैर मुस्लिम वर्ग ने भी इस पर्व पर अपनी खुशी का इजहार किया। मुस्लिम और दीगर समाज के लोगों ने आपस में बधाई दी। हालांकि घरों में मेल-मुलाकात का सिलसिला पूरी तरह से नदारद रहा। कोविड-19 की शर्तों के चलते मुस्लिम समाज को प्रत्यक्ष तौर पर बधाई देने में व्यवहारिक अड़चने रही। हालांकि मोबाइल और सोशल मीडिया के जरिये अन्य समाज के लोगों ने मुस्लिम बंधुओं को अपनी ओर से बधाई दी। बहरहाल राजनांदगांव में परंपरागत सामुहिक नमाज में कोरोना के कारण रोक रही, लेकिन सेवईयों की खुशबू से त्यौहार का उत्साह बना रहा।


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