राजनांदगांव
गत वर्ष बेचे 90 हजार की राखियां
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 अगस्त। भाइयों के कलाई में सजने एवं बहनों की सुरक्षा का प्रतीक राखियां आज बिहान की दीदीयों के लिए स्वरोजगार का अवसर प्रदान की हैं। बिहान की महिलाओ के बनाए सुंदर और सस्ती राखियां स्थानीय बाजार के साथ ही अन्य जिलों में खूब मांग रही, जिसके कारण गत वर्ष बिहान की महिलाओं ने लगभग 90 हजार रूपए तक की राखियां बेची।
इस वर्ष भी बिहान की महिलाओं द्वारा राखियां बनाकर बेची जारही हैं। शिखर स्व-सहायता समूह की श्रीमती सवाना खान ने बताया कि बिहान से प्रशिक्षण प्राप्त कर पिछले 5 वर्षों से राखी बनाने का कार्य कर रही हैं, जिसकी बाजार में अच्छी मांग भी है। उन्होंने बताया कि पिछले साल 90 हजार रुपए की राखियां बेची गई थी। इसी प्रकार इस वर्ष भी अभी तक 2 हजार राखियां बना ली गई हैं। उन्होंने बताया कि समूह की 10 महिलाएं राखियां बनाने का कार्य कर रही हैं। इस वर्ष लगभग 5 हजार राखी बनाने का लक्ष्य था। जिसके लिए समूहों को प्रशिक्षण एवं अन्य तकनीकी सहयोग प्रदान किया गया था।
स्व-सहायता समूह द्वारा अब तक 2 हजार राखियां बनाई जा चुकी हैं। निर्मित राखियों को बिहान राखी नाम दिया गया है, जिसे आकर्षक पैकिंग के साथ बेचा जा रहा है। इन राखियों की कीमत बाजार में उपलब्ध अन्य फैंसी राखियों की तुलना में कम है, जिसे 10 रुपए से लेकर अधिकतम 25 रुपए की दर से बेची जा रही है, जो लोगों को लुभा भी रही हैं।
शिखर महिला स्व-सहायता समूह द्वारा रक्षाबंधन पर फैंसी राखियों के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों के लिए राखी तैयार की गई। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत आवास निर्माण में तेजी लाने तथा जनसमुदाय की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु रक्षाबंधन के अवसर पर विशेष अभियान अंतर्गत स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को राखियां बांधकर योजना के प्रति अपना समर्थन और संकल्प व्यक्त करने के साथ ही भाइयों द्वारा जल्द से जल्द आवास पूर्ण किए जाने के वचन को लेकर जिले के विकासखंडो में आवास हितग्राहियों को समूह की महिलाओं द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत निर्मित राखियों को भेजा गया।


