राजनांदगांव

जल संचय के छोटे-छोटे उपाय साबित हो सकते हैं महत्वपूर्ण-साय
19-Apr-2025 3:15 PM
जल संचय के छोटे-छोटे उपाय साबित हो सकते हैं महत्वपूर्ण-साय

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 अप्रैल।
नर और नारी जल यात्रा कार्यक्रम के तहत राजनांदगांव छत्तीसगढ़ में जल संरक्षण के लिए एक अभियान की शुरूआत प्रदेश सरकार ने की है। जिसमें प्रशासन, ग्रामीण और महिलाएं मिलकर जल संरक्षण के लिए काम करते हैं। इस यात्रा का उद्देश्य पानी के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और जल स्रोतों को संरक्षित करना है।

नीर और नारी जल यात्रा का राजनांदगांव से ग्राम रामपुर पंचायत से शुरू किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते  उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम लागू होने से नदी-नालों को पुनर्जीवन मिलेगा और सोखता गड्ढा तथा बोरिंग के माध्यम से जल संरक्षण करने एवं अन्य जल संरक्षण के उपाय करने से किसानों को सिंचाई के लिए भरपूर पानी मिलेगा। वहीं किसान दोहरी फसल भी ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि आज गर्मी के समय में जल संकट न बढ़े, इसलिए जल संचय के छोटे-छोटे उपाय बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।

कार्यक्रम में सांसद संतोष पांडे ने बताया कि नदी नालों के पुनर रिचार्ज की योजनाए सोखता गड्ढा के माध्यम से पानी के संचय करने की योजना में अगर लोग जागरुक होकर जुट जाएं तो इसके पूर्ण होने से न केवल इसके दूरगामी जनहितकारी परिणाम निकलेंगे, बल्कि जल संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में यह योजना मिल का पत्थर साबित होगी। प्रदेश के कई क्षेत्र में छोटे-छोटे नदी-नाले एवं बोरिंग हैं। जिनकी जल संसाधन का उपयोग नहीं हो रहा है। 

पहले ऐसे नदी नालों में वर्ष के 6 से 8 महीने भरपूर पानी रहता था, परंतु वर्तमान में अनवरत रूप से इनके दोहन से उनके जल भराव की क्षमता घट गई है। फलस्वरूप यह नदी-नाले सूखे मौसम के आने से पहले ही सूख जाते हैं, परंतु अब राज्य शासन के इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन से इन जल स्रोतों के संरक्षण एवं संवर्धन की संभावनाएं बढ़ गई हैं। साथ ही भू-जल स्तर में सुधार से भूमि की उर्वक क्षमता में वृद्धि होने की संभावना भी है। 

 

 

जनभागीदारी आवश्यक है
जिला पंचायत अध्यक्ष किरण वैष्णव एवं जिला पंचायत सीईओ सुरुचि सिंह ने कहा कि इस योजना में प्रशासन ग्रामीण और महिलाएं भाग लेकर जल संचय में अपनी भागीदारी निभा सकती हैं। पद्मश्री फुलबासन यादव भी कार्यक्रम में शामिल होकर लोगों को इस योजना के बारे में विस्तार से बताया।  

इस अवसर पर  खूबचंद पारख, भरत वर्मा, कोमल सिंह राजपूत, दिनेश गांधी, सौरभ कोठारी, रविंद्र वैष्णव, लक्ष्मीनारायण गुप्ता, गंगादास वैष्णव, नीरज यादव सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।


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