राजनांदगांव

सुरेश जोशी हत्याकांड का मास्टरमाईंड प्रकाश गोलछा बैंक खाता सीज होने से भाग नहीं पाया नेपाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 दिसंबर। सुरेश जोशी हत्याकांड के मास्टरमाईंड प्रकाश गोलछा ने हत्या की साजिश की असल वजहों का सिलसिलेवार खुलासा किया है। गोलछा ने एक निर्दोष युवक की हत्या की साजिश में अपने पुराने व्यापारिक साझेदार ज्ञानचंद बाफना को फंसाने के उद्देश्य से किया था। इसके अलावा एक और लेनदेन के मामले में गोलछा ने सागर चितलांग्या नामक व्यापारी को भी साजिश के जाल में फांसने की तैयारी की थी।
पूरा मामला एक निजी स्कूल के संपत्ति को बेचने के बाद बंटवारे में रकम नहीं मिलने से जुड़ा हुआ है। पुलिस के हत्थे चढ़े गोलछा ने पूछताछ में हत्या के कारणों को स्पष्ट तौर पर जाहिर किया। मिली जानकारी के मुताबिक पार्रीनाला स्थित आईपीएस स्कूल में प्रकाश गोलछा और ज्ञानचंद बाफना जैसे कई व्यापारी बिजनेस पार्टनर थे। स्कूल में एक खरीदी में घोटाला करने का आरोप लगने के बाद आरोपी को संस्था से हटा दिया गया था। कुछ साल पहले संस्था को बंद होने के बाद बेच दिया गया। उससे मिली रकम में गोलछा को भी बंटवारे के बाद रुपए वापस मिलना था, लेकिन ज्ञानचंद बाफना रकम दबाकर बैठा रहा और गोलछा को एक फूूटी कौड़ी नहीं मिली। इस बात की रंजिश मन में रखकर गोलछा ने योजनाबद्ध तरीके से कुछ कर्मियों को अपने पास रखा और सुरेश जोशी हत्याकांड की साजिश रची।
हत्या से पहले जोशी के साथ गोलछा के कर्मचारियों ने दोस्ती बढ़ाई और मौका देखकर फार्म हाउस में कोल्ड्रिंग में कीटनाशक दवा देकर उसे मौत की नींद सुला दिया। वहीं गोलछा ने एक व्यापारी सागर चितलांग्या को भी हत्या के जाल में फांसने के लिए तैयार था। गोलछा ने पुलिस को बताया कि चितलांग्या ने सत्यम विहार कालोनी में एक मकान उसके पास बेचने का वादा किया था। जिसमें आरोपी ने चितलांग्या को एक बंगले का सौदा होने के तहत एक करोड़ 38 लाख रुपए दिए थे।
इस दौरान पीटा एक्ट मामले में आरोपी जेल चला गया। वापस आने पर उसने रजिस्ट्री के लिए कहा, तो पीटा एक्ट का आरोपी होने का हवाला देकर चितलांग्या ने इंकार कर दिया। हालांकि आरोपी की पूरी रकम को भी चितलांग्या ने वापस कर दिया। इस बात से चिढक़र गोलछा ने उसे भी फंसाने की तैयारी की थी। इधर राजनांदगांव पुलिस ने हत्या के आरोपी गोलछा को पकडऩे के लिए उसके बैंक एकाउंट को सीज कर दिया। जिससे वह पैसे की कमी के चलते परेशानियों में रहा। पुलिस का कहना है कि मौका देखकर आरोपी नेपाल भागने की तैयारी में था। खाता सीज होने के कारण वह फरार होने में नाकाम रहा।