राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 जून। भारतीय जनता पार्टी द्वारा जिला मेडिकल कॉलेज के सामने पंडाल लगाकर 12 से 19 जून तक जनता की समस्या और समाधान शिविर लगाया जा रहा था। जिसमें अलग-अलग मोर्चा प्रकोष्ठ के लोग मेडिकल कॉलेज की समस्याओं से रूबरू होते थे और समस्याओं का त्वरित निराकरण भी करने की पहल की जा रही थी। 15 जून को प्रशासन ने शिविर स्थल का टेंट उखाडक़र फेंक दिया। जिसकी कड़ी निंदा करते भाजपा के वरिष्ठ नेता खूबचंद पारख ने कहा कि भाजपा का यह आंदोलन चरणबद्ध ढंग से चल रहा था। जिसमें जनता के हित की बात की जा रही थी।
श्री पारख ने कहा कि इस रचनात्मक पहल का भी प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते गलत संदेश दिया है, इस कार्रवाई से प्रशासन कांग्रेस की ओछी राजनीति का शिकार हुआ है। जिसका खामियाजा कांग्रेस सरकार को भुगतना होगा। श्री पारख ने कहा कि मेडिकल कॉलेज की समस्याएं एक आम आदमी की समस्या थी। जिसके खिलाफ भाजपा के कार्यकर्ता मुखर होकर आवाज भी उठा रहे थे और सहयोग करते जनता का साथ भी दे रहे थे, परंतु कांग्रेसियों को जनता का हित नहीं पच रहा है, इसलिए अब भाजपा इस मुद्दे को बहुत दूर तक ले जाएगी और इसे सडक़ की लड़ाई बनाएगी।
भाजपा दक्षिण मंडल के अध्यक्ष तरुण लहरवानी ने पंडाल को हटाने की कड़ी प्रतिक्रिया देते कहा कि भाजपा कार्यकर्ता संघर्ष के आदी हैं, वह पंडाल में बैठने नहीं, बल्कि समस्याओं को टटोलने इस अभियान से जुड़े हैं, इसलिए दरी पर बैठकर भी जनता की समस्याओं के समाधान के लिए मेडिकल कॉलेज में लगातार यह अभियान जारी रहेगा और 19 जून के बाद इस अभियान को वृहद रूप देते हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जाएगा। प्रशासन की तानाशाही भाजपा कार्यकर्ताओं पर हौसलों को नहीं रोक सकती।