राजनांदगांव

दलहन-तिलहन को भी नुकसान, महंगाई बढऩे के आसार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 मई। बैसाख के महीने में बरस रहे बादल सब्जी के फसल को बर्बाद कर रहे हैं। धीरे-धीरे बाजार में रोजमर्रा से जुड़ी सब्जी-तरकारी के दाम बढऩे लगे हैं। पिछले दो दिनों के भीतर अचानक से टमाटर के दाम 30 रुपए किलो पहुंच गए हैं। जबकि दूसरी सब्जियों की कीमतें भी रफ्तार पकड़ रही है। बैसाख की बारिश ने सब्जियों की पैदावार को सर्वाधिक नुकसान पहुंचाया है। आने वाले दिनों में सब्जी तरकारी के दाम बेभाव बढऩे के आसार हैं। बाजार में धीरे-धीरे खराब मौसम से उपजे समस्या ने सब्जी के व्यापार को संकट में खड़ा कर दिया है।
बताया जा रहा है कि हर तीसरे दिन बैसाख के महीने में बेमौसम बारिश हो रही है। कहीं-कहीं ओले भी गिर रहे हैं। पिछले दिनों से जारी बारिश लगभग 35 मिमी दर्ज की गई है। खेतों में सब्जी की फसल तैयार होने से पहले ही बारिश के चलते खराब होने कगार पर खड़ी है। ऐसे में सब्जी कारोबारियों को बड़ा नुकसान होने का अंदेशा है। आने वाले दिनों में मौसम विभाग ने और बारिश होने का अनुमान लगाया है। पिछले तीन दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश हुई है। औसतन घंटेभर की तेज बारिश होने से लोगों को मानसूनी महीने का अहसास हो रहा है।
अप्रैल का पूरा महीने बिना तपे गुजर गया। हर साल सब्जी कारोबारी अप्रैल के महीने से ही सब्जियों की बुआई करते हैं। मई और जून के महीने में तेज धूप पडऩे से फसलें तैयार होती है और इन फसलों के बदौलत बारिश के महीने में लोगों को सब्जियों की आसानी से आपूर्ति की जाती है। बारिश के कारण गर्मी की फसलें सडऩे लगी है। मौसम के रूख को समझना फिलहाल नामुमकिन लग रहा है। बताया जा रहा है कि सब्जी की सर्वाधिक फसलों में पपीता, संतरा, केला, टमाटर जैसी अन्य सब्जियां खराब हो गई है। सब्जियों की पैदावार घटने से स्वभाविक रूप से लोगों के बजट पर विपरीत असर पड़ेगा।