रायपुर

2500 नहीं, हमें नौकरी चाहिए, प्रदर्शन कर रहे बेरोजगारों पर टूट पड़ी पुलिस
10-Apr-2023 3:55 PM
2500 नहीं, हमें नौकरी चाहिए, प्रदर्शन  कर रहे बेरोजगारों पर टूट पड़ी पुलिस

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 अप्रैल।
राज्य में नौकरी के लिए विज्ञापन जारी नहीं होने और बेरोजगारी भत्ते के नियमों की जटिलता के विरोध में हजारों बेरोजगार रायपुर स्थित बुढ़ातालाब धरना स्थल पर प्रदर्शन कर रहे है। इस दौरान बेरोजगारों की पुलिस वालों के साथ झूमाझटकी भी हुई। नारेबाजी कर रहे कई युवाओं को पुलिस ने लाठियों से पीटा इसके बाद भगदड़ का माहौल हो गया है। लोगों का कहना है कि इस भगदड़ में कई लोगों को चोट आई हैं तो वही वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिस युवाओं को पीट रही है। इस प्रदर्शन में प्रदेशभर के लगभग 5 हजार से अधिक बेरोजगार युवा सरकार के खिलाफ जुटे हैं।

युवाओं ने कहा कि, प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने अगस्त 2022 में 10 हजार से अधिक शिक्षकों व अन्य पदों पर भर्ती की घोषणाएं की थी। जो कि आज पर्यन्त तक ना ही उसका नोटिफिकेशन जारी हुआ और ना ही उसकी भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ हुई। इसे  लेकर बेरोजगारों में काफी निराशा दिखाई दे रही है। बेरोजगारों ने मांग की है कि शिक्षा विभाग के साथ-साथ विज्ञान शिक्षक, कला शिक्षक, व्यायाम शिक्षक, लाइब्रेरियन, एसआई, पुलिस भर्ती दिव्यांगों के लिए विशेष शिक्षक, प्रयोगशाला शिक्षक, जूनियर इंजीनियर असिस्टेंट प्रोफेसर, आरआई, पटवारी, अमीन पटवारी, छात्रावास अधीक्षक, व्यापम संयुक्त भर्ती, सीजीपीएससी, सहकारिता, वन रक्षक, होम गार्ड, पशु चिकित्सक, एडीओ, एबीओ, सहायक ग्रेड-01. 02 03. नगर सेना, जिल- बल, स्वास्थ्य विभाग, कृषि अभियांत्रिकी, असिस्टेंट डायरेक्टर, एसीई फारेस्ट गार्ड ड्रेसर 01. 02. जल संसाधन विभाग, विद्युत विभाग के समस्त रिक्त पदों पर छ0ग0 उच्च न्यायालय द्वारा निर्देशित 50 प्रतिशत आरक्षण रोस्टर के हिसाब से भर्ती प्रक्रिया को प्रारंभ कर चुनाव के पहले सबको नियुक्ति प्रदान करें।

संघ के पदाधिकारियों ने कहा है कि, आज युवाओं जो अपने कौशल के अनुरूप कार्य की इच्छा रखते है और सरकार उनको रोजगार देने के बजाए 2500 रुपये का लॉलीपाप पकड़ा रही है। आज के महंगाई के दौर में क्या परिवारों का संचालन मात्र 2500 रुपये में हो सकता है? आज छ0ग0 के हर युवाओं को भर्ती के लिए सडक़ पर मजबूरन उतरना पड़ रहा है। जिसकी जिम्मेदार केवल राज्य सरकार है ।

पुलिस का अपना बयान
बीएड/डीएड संघ द्वारा बूढ़ातालाब धरना स्थल में 80 की संख्या में शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन करने की अनुमति मांगी गई थी।  संघ के द्वारा दस गुना लगभग 1,000 प्रदर्शनकारियों को एकत्रित कर लिया गया। पुलिस बल ने शांतिपूर्वक ज्ञापन प्रस्तुत कर धरना समाप्त कर वापस जाने की समझाईश दी गई, किन्तु उनके द्वारा बिना अनुमति के रैली निकालने का प्रयास किया गया जिन्हें इन्डोर स्टेडियम के सामने रोका गया तथा मौके पर उपस्थित एसडीएम एवं पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझाने पर संघ के एक समूह द्वारा ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन सौपने पश्चात् उन्हें वापस जाने कहा गया तो उनमें से कुछ व्यक्ति पुलिस बल के साथ झूमा-झपटी करने लगे। झूमा-झपटी के दौरान कुछ पुलिस कर्मचारियों को चोट आयी, कपड़े फट गये एवं नेम प्लेट टूट गये। वे लोग पुलिस के साथ झूमा-झपटी करने लगे जिस पर पुलिस के द्वारा बलपूर्वक उन्हें पीछे धकेला गया एवं नियम विरूद्ध प्रदर्शन व रैली निकालने पर 10 लोगों के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध किया गया।

 


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