रायपुर

छत्तीसगढ़ की कलाओं के माध्यम से पर्यटन का विकास हो सकता है - डॉ. राकेश गुप्ता
25-Nov-2022 4:42 PM
छत्तीसगढ़  की कलाओं के माध्यम से पर्यटन का विकास हो सकता है - डॉ. राकेश गुप्ता

रायपुर, 25 नवम्बर।  भारतीय सांस्कृतिक निधि (इन्टैक), रायपुर अध्याय एवं रोटरी क्लब ऑफ रायपुर द्वारा दो दिवसीय लोक/ पारंपरिक/ विशिष्ट शिल्प/ कला पर केन्द्रित कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कला के अंतर्गत जगदलपुर में विद्यमान बस्तर कलाकृति एवं भित्तीचित्र पर अरूण हलधर ने शालेय विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया।

मुख्य अतिथि विधायक कुलदीप जुनेजा उपस्थित थे। उन्होंने सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों को बधाई देते हुये कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। हमारा दायित्व है कि हम उन्हें उचित मंच प्रदान करें। राज्योत्सव के अवसर पर आदिवासी नृत्य महोत्सव का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन कलाकारों को मंच प्रदान कर उन्हें प्रोत्साहित किया।
रोटरी क्लब ने रायपुर स्थित सत्य सांई संजीवनी हॉस्पीटल को हृदय के इलाज के लिये मशीनें प्रदान कर समाज सेवा का उत्कृष्ट परिचय दिया है।
स्वामी आत्मानंद शासकीय शहीद स्मारक उत्कृष्ट विद्यालय, रायपुर के प्राचार्य आदित्य चांडक इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि थे।

सत्र की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ट ईएनटी सलाहकार एवं हास्पीटल बोर्ड, छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कलाओं की कमी नहीं है। कार्यशाला में जो विषय चयन किया गया उसकी उन्होंने प्रशंसा की। उनका मानना है कि कला के माध्यम से पर्यटन का विकास हो सकता है। जगदलपुर से आये चित्रकार अरूण हलधर ने राजा रवि वर्मा का उल्लेख करते हुये कहा कि वे विश्व विख्यात चित्रकार थे। अपने बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें यह कला अपने परिवार से प्राप्त हुई तथा उनके बच्चों ने भी इस कला को अपनाया। यदि किसी में सच्ची लगन है तो चित्रकारी करना या कलाकृति बनाना आसान है।  

प्रारंभ में इन्टैक रायपुर अध्याय के संयोजक राजेन्द्र चांडक ने इन्टैक का संक्षिप्त परिचय दिया। उन्होंने कहा कि यह प्रतियोगिता राष्ट्रीय स्तर की है व इसमें देश के अनेक अध्यायों के विद्यार्थी भाग लेंगे जिसमें 10 राष्ट्रीय एवं 50 क्षेत्रीय विजेता घोषित किये जायेंगे। सत्र को रोटरी क्लब ऑफ रायपुर के अध्यक्ष भरत डागा ने भी संबोधित किया। इन्टैक छत्तीसगढ़ अध्याय के संयोजक अरविंद मिश्रा ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। दो दिवसीय कार्यशाला में 13 विद्यालयों के 57 विद्यार्थी उपस्थित थे।


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