रायपुर

प्रमुख सचिव की कमी दूर करने केन्द्र से पदोन्नति की अनुमति मांगी
25-Nov-2022 4:13 PM
प्रमुख सचिव की कमी दूर करने केन्द्र से पदोन्नति की अनुमति मांगी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 नवम्बर।
राज्य शासन ने डीओपीटी से प्रमुख सचिव पदोन्नति के लिए अनुमति मांगी है। वही प्रमोटी संवर्ग से भी तीन आईएएस पदोन्नत होने हैं।
सूत्रों के मुताबिक राज्य प्रशासन, इन दिनों प्रमुख सचिव स्तर के अफसरों की कमी हो गई है। ऐसा दर्जनभर से अधिक प्रमुख सचिवों के केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले जाने की वजह से हुआ है। महानदी भवन में इस समय दो एसीएस रेणु पिल्ले, सुब्रत साहू के साथ एक मात्र प्रमुख सचिव मनोज पिंगुवा कार्यरत हैं। डॉ. आलोक शुक्ला संविदा पर है उन्हें रेगुलर स्टॉफ नहीं गिना जाता।

वरिष्ठ अफसरों की कमी के चलते कई अहम विभागों में विशेष सचिव स्तर के अफसरों को पदस्थ किया गया है। ये सारे विभाग प्रमुख सचिव स्तर वाले हैं। इसे देखते जीएडी ने पदोन्नति के लिए डीओपीटी से अनुमति मांगी है। इन्हें जनवरी से पहले पदोन्नत किया जा सकता है। राज्य प्रशासन को अनुमति मिलने से भी कोई बड़ा फायदा होता दिख नहीं रहा है। क्योंकि प्रमुख सचिव के लिए दो सचिव दावेदार हैं। इनमें सोनमणि वोरा और शहला निगार शामिल है। वोरा को केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर होने के कारण प्रोफार्मा पदोन्नति देनी होगी। और महानदी भवन को खेल शहला की ही सेवाएं मिलेंगी। उधर दिल्ली गए 15-16 अफसरों में से कोई एक भी अगले एक वर्ष तक लौटता नजर नहीं आ रहे हैं। वोरा-शहला निगार के बाद वाले आईएएस अफसरों को भी पदोन्नति दी जाएगी।

प्रमोशन में तीन बनेंगे आईएएस
इधर राप्रसे कैडर से आईएएस अवार्ड के लिए 3 पद रिक्त हैं। ईमिल लकड़ा, एके टोप्पो और उमेश अग्रवाल के रिटायर होने से रिक्त हुए हैं। इन तीन पदों के लिए अश्विनी देवांगन, हिना नेताम और निचले क्रम के राप्रसे अफसरों के नाम यूपीएससी-डीओपीटी को भेज दिए गए हैं। इनका अवॉर्ड भी अगले डेढ़-दो महीनों में होने के संकेत हैं।


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