रायगढ़
रायगढ़, 5 अप्रैल। हाथी दांत काट ले जाने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक अन्य आरोपी एवं अन्य साक्ष्यों की जांच पड़ताल जारी है।
वन विभाग के अनुसार गत 29 मार्च की सुबह वन अमले को सूचना मिली कि एक जंगली हाथी ग्राम कंचिरा के जंगल कक्ष क्रमांक 707 आर एफ में मरा पड़ा है। वरिष्ठ अधिकारी गण मौके पर पहॅंचे। शाम होने के कारण 29 मार्च को कार्य स्थगित रहा। अगल दिन 30 मार्च की सुबह से मौके का वरिष्ठ अधिकारी गण एवं पशु चिकित्सा अधिकारियों के द्वारा निरीक्षण किया गया तो स्पष्ट हुआ कि मृत जंगली हाथी नर है एवं पहाड़ी से संतुलन खोकर फिसल कर गिरने से वह बुरी तरह चोटिल हो गया एवं एक दो दिनों तक लगातार उठने की कोशिश करते हुए पेट के बल बैठ कर मृत हो गया। उसके दोनों दांत को अज्ञात अपराधियों द्वारा काट ले जाया गया था जिसकी पतासाजी प्रारंभ की गई। इसमें वनमंडल अंबिकापुर वन परिक्षेत्रा कमलेश्वरपुर के वन अमले एवं वरिष्ठ अधिकारियों का भी पूर्ण सहयोग लिया गया।
31 मार्च को ग्राम डांडक़ेसरा से प्रारंभिक पूछताछ हेतु 6 व्यक्तियों को लाया गया। एक अप्रैल की सुबह से ग्राम छपराडांड़ से तीन व्यक्तियों को पूछताछ हेतु लाया गया। वन विभाग द्वारा जांच के बढ़ते दबाव के कारण अपराधियों की हिम्मत टूटी और उनमें से किसी ने चोरी किये गए दांत को जंगली हाथी के मृत्यु स्थल की ओर जाने वाले ललेया से छपराडांड़ मार्ग पर एक प्लास्टिक में डाल कर रख दिया। जिसकी 2 अप्रैल को जब्ती की गई। जब्ती स्थल पर स्नीफर डॉग को जब्त किये गए जंगली हाथी के दांत को सुंघा कर छोड़ दिया गया तो वह भागते हुए लगभग 250 मीटर दूर स्थित भागेश्वर के घर में घुस गया एवं जोर से भौंकने लगा। दीना, धनेश्वर, बरातु, शिया, बली सभी निवासी डांडक़ेसरा एवं भागेश्वर निवासी ललेया को पूछताछ के लिये लाया गया।
आरोपी दीना 30 वर्ष डांडक़ेसरा थाना कमलेश्वरपुर द्वारा जानकारी दी गई कि उसने अन्य तीन साथियों राजकुमार 30 वर्ष डांडक़ेसरा थाना कमलेश्वरपुर जिला सरगुजा, जगनारायण उर्फ गुडन 21 वर्ष डांडक़ेसरा थाना कमलेश्वरपुर एवं देवान 21 वर्ष साकिन डांडक़ेसरा थाना कमलेश्वरपुर जिला सरगुजा के साथ मिल कर भागेश्वर 57 वर्ष साकिन ललेया थाना कमलेश्वरपुर जिला सरगुजा द्वारा पैसे का लालच दिये जाने पर हाथी दांत को काटा था।
भागेश्वर वन परिक्षेत्र कमलेश्वरपुर द्वारा उसके ग्राम से लगे जंगल में किये गए मिश्रित रोपण का सुरक्षा चौकीदार है। उक्त रोपण क्षेत्र जंगली हाथी के मृत्यु स्थल से आधे से एक किमी की दूरी पर ही है। दीना ने बयान दिया कि राजकुमार ने उसे बताया था कि भागेश्वर ने उसे कहा है कि एक हाथी रायगढ़ जिले के जंगल में मरा पड़ा है। उसके हाथी दांत को निकाल कर मुझे लाकर दोगे तो दो हजार रूपये दूंगा। होली के दिन 29 मार्च को हमने हाथी दांत को काटा और मुड़ेरा नाले में धोकर राजकुमार के घर लाये उसमें सरसों का तेल डाले ताकि गंध ना आये। राजकुमार के घर में ही चूल्हे के पास एक गढ्ढा खोद कर हाथी दांत को उसमें डाल कर मिट्टी पाट दिये। वन विभाग के द्वारा जांच बढ़ता देख उसे मुड़ेरा नाले में छिपा दिये। एक अप्रैल की रात 10 बजे भागेश्वर के घर जाकर उसके हाथ में देकर आ गये और शर्त अनुसार पैसे मांगने लगे किन्तु भागेश्वर ने कहा कि मामला खत्म होने दो फिर दूंगा। भागेश्वर ने हाथी दांत को रात भर घर में रखा किंतु जांच का दबाव देख कर हाथी दांत को सूर्योदय से पहले ही ललेया-छपराडांड़ मार्ग पर उसे रख दिया जहां से वन अमले ने हाथी दांत को 2 अप्रैल को जब्त किया था। इसमें से भागेश्वर, दीना, राजकुमार एवं जगनारायण की पूछताछ उपरांत गिरफ्तारी 4 अप्रैल को की गई है एवं न्यायालय में प्रस्तुत किया जा रहा है। एक अन्य आरोपी एवं अन्य साक्ष्यों की जांच पड़ताल जारी है।


