रायगढ़
कलेक्टर की पहल से संरक्षित हुए निर्वासित गाय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 5 अप्रैल। छत्तीसगढ़ का पहला गौ अभ्यारण्य रायगढ़ शहर के संबलपुरी में बनने के बाद आवारा मवेशियों का जीवन संरक्षित हो गया। शहर में बड़े वाहनों की चपेट में आकर कई मवेशियों ने अपना जान गवा दिया किंतु मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महत्वाकांक्षी योजना नरवा गरवा घुरवा बारी योजना अंतर्गत छत्तीसगढ़ की प्राचीन परंपरा को पुन: स्थापित कर छत्तीसगढ़ वासियों को नई पहचान दी। राज्य अंतर्गत समस्त जिले के कलेक्टर को इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए निर्देशित किया गया जिसमें रायगढ़ जिले के कलेक्टर भीम सिंह ने अपने तार्किक सोच से इस योजना को सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया जिसका प्रतिसाद आज जिले में परिलक्षित हो रहा है। योजना अंतर्गत गरवा अर्थात गायों के संरक्षण में कलेक्टर की पहल अत्यंत सराहनीय है जिसके लिए उन्होंने संयुक्त टीम का गठन किया जिसमें नगर निगम पशु विभाग वन विभाग और कृषि विभाग को सामंजस्यता के साथ कार्य करने निर्देशित किए।
शहर अंतर्गत गौठान, गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन के लिए नगर निगम के आयुक्त, कलेक्टर के मार्गदर्शन में शहरी गौठान संबलपुरी में स्थापित किए जो 19 एकड़ में फैला हुआ पशुओं के चारा पानी के साथ अनुकूल वातावरण में स्थित है।


