रायगढ़
बिना मान्यता के स्कूल नहीं हो सकता संचालित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 3 अप्रैल। रायगढ़ के पटेलपाली में बड़े तामझाम के साथ शुरू की गई वैदिक स्कूल की विधिवत मान्यता संचालक ने अभी तक नहीं ली है। इसके बाद भी संचालक द्वारा बड़े-बड़े होर्डिग्स व बैनर के साथ-साथ अन्य प्रचार प्रसार के माध्यम से जनता को दिभ्रमित करते आ रहा है। अपने प्रचार-प्रसार में वैदिक स्कूल संचालक ओडिसा की सबसे अच्छी स्कूल का सपना दिखाते हुए अपने बच्चों को इसमें प्रवेश की अपील कर रहा है जबकि स्कूल संचालक द्वारा शिक्षा विभाग से किसी प्रकार की अनुमति नहीं ली है।
दिलचस्प बात यह है कि संचालक ने जिस स्कूल को खरीदा है उसका नाम बदलकर सीधे-सीधे नए तरीके से उसके संचालन के लिए पहल कर रहा हैै।
जिला शिक्षा अधिकारी आरपी आदित्य ने इस संबंध में बताया कि वैदिक स्कूल संचालक ने शिक्षा विभाग के पास जो आवेदन दिया है वह मान्यता संबंधी नहीं है। बिना मान्यता के स्कूल में प्रवेश संबंधी प्रचार-प्रसार गलत ही नही बल्कि फर्जी है।
आरपी आदित्य का कहना है कि संचालक द्वारा विधिवत मान्यता संबंधी कार्रवाई पूरी की जानी चाहिए थी। चूंकि उनकी जानकारी के अनुसार यह स्कूल ओडिसा से मान्यता प्राप्त है और छत्तीसगढ़ में उसकी मान्यता का कोई औचित्य नही है। बातचीत के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि हाल ही में इसके संचालक को नोटिस जारी करके बिना अनुमति स्कूल संचालन करने पर जवाब मांगा गया है, इतना ही नही संतुष्ट जवाब नही आने पर स्कूल संचालक पर प्रतिदिन दस हजार से लेकर एक लाख रूपए का जुर्माना लगाया जा सकता है। इतना ही नही जनता को गलत तरीके से जानकारी देकर बिना मान्यता के स्कूल संचालन करना नियमों के उल्लंघन के तहत आता है और अब नोटिस के बाद भी अगर संचालक स्कूल संचालन करते पाए जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


