रायगढ़

पिछले वर्ष की तुलना में अधिक की गई प्रतिबंधात्मक कार्रवाई
01-Jan-2024 3:44 PM
 पिछले वर्ष की तुलना में अधिक की गई प्रतिबंधात्मक कार्रवाई

 रायगढ़ पुलिस ने पेश किया वार्षिक रिपोर्ट

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायगढ़, 1 जनवरी। जिले की पुलिस ने 31 दिसंबर को अपने साल भर के आंकडे पेश करते हुए दावा किया है पिछले वर्ष की तुलना में न वर्ष केवल अपराधों में कमी आई है, बल्कि सडक़ दुर्घटनाओं के अलावा अवैध शराब पर भी बड़ी कार्रवाई करके इसमें भी नियंत्रण पाया है।

पुलिस कंट्रोल रूम में 31 दिसंबर की दोपहर रायगढ़ पुलिस के धरमजयगढ़ एसडीओपी दीपक मिश्रा, खरसिया एसडीओपी प्रभात पटेल, सीएसपी अभिनव उपाध्याय सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पत्रकारों को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि शहर सहित जिलों के थानों में हत्या, लूट व डकैती जैसे मामलों में न केवल अपराधियों को पकडा गया है बल्कि ठगी के मामलों में भी दूसरे प्रांतों में जाकर पुलिस ने अपराधियों को दबोचा है।

एसडीओपी दीपक मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले साल की तुलना में इस बार हत्या के वारदातों में कमी आई है और सडक़ दुर्घटनाओं में भी की गई पहल के कारण कमी आई है। चर्चा के दौरान उनका कहना था कि जिले में मादक पदार्थो के तस्करी के खिलाफ भी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है और इसमें लगातार कार्रवाई की गई। सेक्स रैकेट तथा अवैध कोयला तस्करी के मामले में पुलिस ने कोई जवाब नहीं दिया। 

ऑपरेशन मुस्कान के तहत रायगढ़ पुलिस ने अभियान चलाकर विभिन्न थाना क्षेत्रों से इस साल गुम हुए 112 नाबालिगों में से 106 नाबालिगों को ढूंढ निकाला है। जिसमें से कई नाबालिगो को पुलिस ने दूसरे प्रांत से सकुशल रायगढ़ वापस लाया है।

शहर के घरघोड़ा मार्ग में स्थित एक्सिक बैंक डकैती अब तक सभी के जहन में है, जिसमें पुलिस ने रिकार्ड समय में डकैतों को गिरफ्तार कर 5.62 करोड रूपये बरामद किया। रायगढ़ पुलिस ने इस साल डकैती के 3 मामलों में सभी में आरोपियों को गिरफ्तार कर चालान किया गया है। लूट के अपराधों में भी कमी देखी गई है पिछले वर्ष जहां 28 लूट के प्रकरण कायम हुए थे जो इस वर्ष घटकर 14 है। चोरी नकबजनी के मामलों में भी पिछले साल की तुलना में कमी आयी है, पिछले साल कुल चोरी नकबजनी के 719 मामले थे जो इस वर्ष घटकर 638 हैं। इस साल संपत्ति संबंधी अपराधों में रिकवरी 72 प्रतिशत रहा।

हत्या के मामलों में आई कमी

रायगढ़ जिले में वर्ष 2022 में हत्या के 68 प्रकरण दर्ज थे जो इस साल घटकर 63 मामले दर्ज किये गये हैं। इनमें कई अंधे कत्ल के मामले जैसे- नेतनागर में महिला, बच्ची की अधजली लाश का मिलना, मनीष पंडा हत्या, दियागढ़ गोलीकांड, चिराईपानी में 11 वर्षीय बालक की हत्या के मामले में साइबर सेल और पुलिस टीमों ने बड़ी सूझबूझ से आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया है।

गांजा तस्करों पर हुई बड़ी कार्रवाई

रायगढ़ जिले में साल भर अवैध शराब और मादक पदार्थों पर अभियान चलाकर कार्रवाई किया गया पिछले साल (वर्ष 2022) जहां 17 मामलों में 55 किलो अवैध गांजा की जब्ती की गई थी। वहीं इस वर्ष 2023 में 40 प्रकरणों में लगभग 10 गुना ज्यादा 505 किलो गांजा जब्त किया गया है। इसी प्रकार पिछले साल नशीली दवाओं पर कार्रवाई कर 693 नग प्रतिबंधित सिरप कैप्सूल, इंजेक्शन को जब्त किया गया था। इस वर्ष 3114 नग प्रतिबंधित सिरप, कैप्सूल, टेबलेट जब्त कर इन मामलों में आरोपियों को एनडीपीएस एक्ट में जेल भेजा गया है।

साइबर क्राईम पर फोकस 

बढ़ते साइबर अपराधों में कमी लाने की ओर जिला पुलिस का फोकस रहा, लगातार पुलिस टीमें जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से साइबर क्राइम के प्रति लोगों को जागरूक कर रही है। साइबर सेल की टीम द्वारा साइबर क्राईम से पीडि़त हुए लोगों की शिकायत प्राप्त होने पर तत्काल ठगी रकम को होल्ड कराया जाता है और उन्हें ठगी रकम वापस दिलाने में मदद करती है। साइबर सेल की टीम द्वारा इस वर्ष विभिन्न शिकायत पत्रों पर कार्रवाई करते हुए 35.66 लाख रूपए ठगों तक जाने से रोक कर बैंक में होल्ड कराया गया है। साइबर सेल की तत्परता से न्यायालय द्वारा 5,87,784 रूपये पीडि़तों को रिलीज किया जा चुका है।


अन्य पोस्ट