रायगढ़

जिंदल कंपनी में कर्मचारियों का हंगामा, ठेकेदार के खिलाफ शोषण का आरोप
20-Dec-2023 8:42 PM
जिंदल कंपनी में कर्मचारियों का हंगामा, ठेकेदार के खिलाफ शोषण का आरोप

वेतन कटौती के साथ बोनस में भी अफरा-तफरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायगढ़, 20 दिसंबर। खरसिया विधानसभा क्षेत्र में संचालित जिंदल स्टील एण्ड पावर लिमिटेड में ठेकेदारों के माध्यम से काम करने वाले दो हजार कर्मचारियों ने बुधवार को जमकर हंगामा करते हुए नारेबाजी की और ठेकेदार तथा जिंदल प्रबंधन पर शोषण का आरोप लगाया।

इस दौरान आक्रोशित श्रमिकों ने उद्योग के बड़े गेट को भी तोडऩे की कोशिश की। साथ ही साथ नारेबाजी के दौरान उत्तेजित भी नजर आये। हंगामे की खबर सुनने के बाद जिला कलेक्टर के निर्देश पर मौके पर रायगढ़ एसडीएम तथा अन्य बड़े अधिकारी भी पहुंचे और उन्होंने कर्मचारियों से बात करने की भी कोशिश की पर गुस्साये कर्मचारियों ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया।

ग्राम पतरापाली स्थित जिंदल स्टील एण्ड पावर लिमिटेड के एसएमएस 3 के पास नारेबाजी तथा हंगामा मचा रहे ये कर्मचारी जिंदल के ही ठेका कर्मचारी हैं, जो कई सालों से अलग-अलग यूनिट में काम करते आ रहे हैं और इनका आरोप है कि प्रबंधन के इशारे पर ठेकेदार उनका शोषण कर रहे हैं। 12 घंटे के काम बंद होनें के बाद 8 घंटे लगातार वे अपना कार्य करते हैं, बावजूद इसके उन्हें भुगतान काट कर दिया जाता है। इतना ही नहीं नियमानुसार अन्य कई सुविधाएं भी उन्हें नहीं दी जा रही है और तो और उनका बोनस भी काट दिया जाता है। शिकायत करने के बाद उन पर कार्रवाई की धमकी दी जाती है। उनका कहना है कि उन्हें काम के बदले पूरा भुगतान मिले और उनके साथ इंसाफ हो।

जिंदल उद्योग में कार्यरत ठेका कर्मियों के हड़ताल की जानकारी मिलने के बाद मौके पर रायगढ़ एसडीएम गगन शर्मा भी पहुंचे और उन्होंने वहां जिंदल के अधिकारियों को भी तलब किया। एसडीएम ने कर्मचारियों से बात करने की कोशिश की लेकिन हंगामा कर रहे कर्मचारियों ने उनकी एक न सुनी। वहां पहुंचे जिंदल उद्योग के मानव संसाधन विभाग के अधिकारियों ने श्रमिकों की नाराजगी को नजायज ठहराते हुए कहा कि जिंदल उद्योग में ये ठेका कर्मचारी है और ठेकेदार द्वारा समय पर पूरा भुगतान किया जाता है।

बातचीत के दौरान अधिकारी ने यह भी कहा कि जो भी यह शिकायत की जा रही है वह गलत है और समय-समय पर शासन के नियमानुसार इन कर्मचारियों का भुगतान किया जाता है और जो आरोप लगाये जा रहे हैं वह गलत हैं वहीं एसडीएम ने कहा कि वे यहां पहुंचे हैं। साथ ही साथ इनकी मांगों के बारे में जानकारी ली जा रही है। चूंकि इनके पक्ष से सभी अपनी-अपनी बातें कह रहे हैं जिनको समझना मुश्किल है। फिर भी वे जिंदल प्रबंधन एवं कर्मचारियों की तरफ से मिलने वाली शिकायतों को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं।

बहरहाल जिंदल उद्योग में काम करने वाले दो हजार से भी अधिक ठेका कर्मचारी बीते कई महीनों से ठेकेदार की मनमानी से परेशान थे, और उनकी परेशानी हल नहीं होने के कारण एक साथ सभी ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए यह रूख अपनाया है, ताकि उनके साथ हो रही नइंसाफी पर लगाम लग सके।


अन्य पोस्ट