रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 1 दिसंबर। शहीद वीर नारायण सिंह शासकीय महाविद्यालय जोबी-बर्रा ने मंगलवार को एक उत्कृष्ट कार्यशाला का आयोजन किया। उच्च शिक्षा विभाग अंर्तगत् संचालित आई.क्यू.ए.सी. कार्यक्रम के तहत आयोजित इस एक दिवसीय कार्यशाला में कानूनी अधिकारों के महत्वपूर्ण मुद्दों पर विद्यार्थियों का ध्यान केंद्रित किया गया।
इस दौरान मुख्य अतिथी के रूप में उपस्थित खरसिया सत्र न्यायालय में पदस्थ फस्र्ट क्लास ज्यूडिशियल मजिस्टेट मंजुषा टोप्पो केंद्र बिन्दु रहीं। उनके साथ उच्च न्यायालय बिलासपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश रंजन सिन्हा सहित जिला न्यायालय रायगढ़ के युवा अधिवक्ता आशीष उपाध्याय ने बच्चों को उनके विधिक अधिकारों से रू-ब-रू कराया।
न्यायधीश सुश्री टोप्पो ने अब तक की अपनी विधिक सेवाओं के निचोड़ के आधार पर आबकारी अधिनियम एवं देशी विदेशी मदिरा के अवैध उत्पादन, व्यापार एवं प्रयोग पर रोक लगाने व इन दिनों बढ़ती सडक़ दुर्घटनाओं पर केंद्रिकृत आई.पी.सी. की धारा 279, 337, 338 एवं 304 ए आदि सहित मोटर व्हीकल एक्ट के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदाय की।
इसी क्रम में उन्होंने छात्राओं और महिलाओं के लिए कानून में प्रदत्त प्रावधानों से अवगत कराया। जिसमें विशेषकर अश्लील गाली-गलौच जिससे किसी को बुरा लगे, बालिकाओं-महिलाओं से छेड़छाड़, पीछा करना, दूरभाष पर परेशान किया जाना, जान से मारने की धमकी देना जैसे अपराधिक कृत्यों से निपटने के लिए जागरूक किया गया। बढ़ते क्रम में उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री सिन्हा ने कमान सम्हाली और बहुत ही रोचक तरीकों में पुराने जमाने के जंगल के कानून-शेर और बकरी की कहानी जैसे उदाहरणों का जिक्र करते हुए खेल-खेल में विद्यार्थियों को आत्मरक्षा एवं मानवाधिकार का पाठ पढ़ाया। श्री सिन्हा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि विद्यार्थियों को चाहिए कि वे अपने आंख और कान हमेशा खुले रखें, वही करें जो उचित है, क्योंकि कानून केवल उसे ही दण्ड देता है जो गलत है, और अगर आप सही हैं तो न्याय हमेशा आपके ही पक्ष में ही होगा। तत्पश्चात जिला न्यायलय के युवा अधिवक्ता श्री उपाध्याय ने छात्र-छात्राओं दोनों का ध्यान लैंगिक उत्पीडऩ जैसी उन बातों पर खींचा, जिनके बारे में आम-तौर पर लोग बातें करने से भी कतराते हैं।
उन्होंने विद्यार्थियों के समक्ष पास्को एक्ट के अनिवार्य पहलुओं पर प्रकाश डाला। अंतिम चरण में सहायक प्राध्यापक एवं आई.क्यू.ए.सी. समन्वयक डॉ. ज्ञानमणी एक्का ने अतिथियों का आभार व्यक्त कर कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए महाविद्यालय के कर्मचारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।