रायगढ़

तीन स्थानों में रावण का दहन
26-Oct-2023 4:40 PM
तीन स्थानों में रावण का दहन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 26 अक्टूबर।
संस्कारधानी नगरी रायगढ़ की ऐतिहासिक विजयादशमी पर्व की परंपरा के अनुसार शहर के तीन स्थानों पर रावण दहन का कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस दौरान समितियों की ओर से विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किये गए। जिसे देखने तीनों स्थानों पर हजारों की संख्या में लोग जुटे और रावण दहन पश्चात एक दूसरे को विजयादशमी पर्व की बधाई दी।

रायगढ़ की समृद्धशाली दशहरा उत्सव परंपरा के अनुसार इस वर्ष भी शहर के ऐतिहासिक रामलीला मैदान सहित नटवर स्कूल मैदान व शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी मिनी स्टेडियम में रावण दहन का कार्यक्रम रखा गया था।

चक्रधर नगर मिनी स्टेडियम में मंगलवार की शाम 6 बजे से कार्यक्रम की शुरूआत सांस्कृतिक संध्या से हुई तत्पश्चात भजन व चक्रधर संगीत विद्यालय की नृत्य नाटिका का मंचन किया गया। इसके बाद राम दरबार लगाया गया तत्पश्चात आर्केष्टा की धुन पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के बीच अतिथियों का स्वागत व सम्मान किया गया। 

इस वर्ष कार्यक्रम के अतिथियों में यूथ आईकॉन ओपी चैधरी, डॉ प्रकाश मिश्रा, डॉ एमएम श्रीवास्तव, डॉ. एएल डेम्ब्रा सहित गुरूपाल भल्ला, पूर्व विधायक विजय अग्रवाल, युवा भाजपा नेता गौतम अग्रवाल, उमेश अग्रवाल, सुनील रामदास, सुनील लेन्ध्रा, संजय एनआर, अनूप बंसल, पुरूषोत्तम अग्रवाल, गुरमुख दास वलेचा, नंदलाल मोटवानी सहित चक्रधर नगर के वरिष्ठजन उपस्थित रहे। इस वर्ष रावण दहन कार्यक्रम के लिये 50 फीट का रावण तैयार किया गया था। जहां रात 8 बजे से भव्य आतिशबाजी के बीच रात करीब 9:30 बजे बुराई के प्रतीक रावण का दहन किया गया।

इसी तरह नटवर स्कूल में आयोजित होने वाले रावण दहन कार्यक्रम में 51 फीट का रावण तैयार किया जा रहा था। रावण दहन के कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथि विभाग प्रचारक डॉ. राज कुमार भारद्वाज रहे। वहीं मुख्य अतिथि पूर्व विधायक विजय अग्रवाल हुए। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता यूथ आईकॉन ओपी चैधरी ने की। यहां भी हजारों लोगों की उपस्थिति में भव्य आतिशबाजी के बीच रावण के पुतले का दहन किया गया।  

इसी तरह पिछले 56 वर्षों से समिति रामलीला मैदान में पूरे 9 दिनों तक रामलीला का मंचन करते आई है।
 इस वर्ष 7 दिन तक रामलीला का मंचन किया गया। जिसमें कई शासकीय कर्मचारियों ने भी रामायण के पात्रों का अभिनय किया है। इस वर्ष यहां 45 फीट का रावण दहन के लिये तैयार किया गया था। यहां दशहरा के दिन शाम 6 बजे रामलीला मैदान से राम, लक्ष्मण, हनुमान व सुग्रीव के साथ विजय जुलूस निकाला गया, जो शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए वापस रामलीला मैदान पहुंची जहां राम रावण युद्ध तथा रावण वध का विधिवत मंचन करने के बाद मैदान परिसर में बनाये गए विशाल रावण के पुतले का दहन किया गया। 
यहां भी रावण दहन का कार्यक्रम देखने के लिये दस हजार से भी अधिक लोग जुटे हुए थे।  
 


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