रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 25 अक्टूबर। छाल रेंज में वन्यप्राणियों के लिये बिछाये गए करंट प्रवाहित तार के संपर्क में आने से एक मादा जंगली हाथी और तीन मवेशियों की मौत हो गई। इस घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचकर आगे की कार्रवाई में जुट गए हैं।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र के छाल रेंज में जंगल कुछ अज्ञात शिकारियों के द्वारा वन्यप्राणियों का शिकार करने के लिये बिछाये गए करंट प्रवाहित तार की चपेट में आने से एक मादा जंगली हाथी की मौत हो गई। साथ ही साथ इस करंट के संपर्क में आने से तीन अन्य मवेशियों की भी मौत हुई है। इस घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग में हडक़ंप की स्थिति निर्मित हो गई और तत्काल वन अमला संबंधित थाने की पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
10 से अधिक किसानों की फसलों को नुकसान
मिली जानकारी के अनुसार इन दिनों खरसिया थाना क्षेत्र से लगे हुए जोबी गांव में भी 21 जंगली हाथियों का दल विचरण कर रहा है। बीती रात जंगली हाथियों के इस दल ने काफरमार, जोबी एवं कुर्रू में 10 से अधिक किसानों के धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है, वहीं कुछ झोपड़ी एवं एक सायकल को भी क्षतिग्रस्त किया है। वन विभाग हाथी प्रभावित क्षेत्र में मुनादी कराने के साथ-साथ आम जनता को जंगली हाथियों से दूरी बनाये रखने जागरूक किया जा रहा है।
20 से अधिक जंगली हाथी कर रहे विचरण
एक जानकारी के अनुसार छाल रेंज कोरबा वन मंडल से जुड़़ा होने के चलते यहीं से जंगली हाथियों का आना-जाना लगा रहता है और वर्तमान में अभी छाल रेंज में ही 20 से अधिक जंगली हाथी विचरण कर रहे हैं।
लगातार हो रही मौतें
यह कोई पहला अवसर नहीं है, जब करंट की चपेट में आने से जंगली हाथी की मौत हुई है। धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र में ही अब तक लगभग 30 से अधिक जंगली हाथी की मौत अलग-अलग कारणों से हो चुकी है इनमें से करंट की चपेट में आने से मौत के अधिक मामले हैं। वहीं चार से पांच साल के भीतर जंगली हाथी के हमले से 50 से भी अधिक लोगों की भी मौत हो चुकी है।