महासमुन्द

21 साल पहले बने प्रतीक्षालय की एक बार भी नहीं कराई मरम्मत, अब ढहने का डर
03-Sep-2025 4:23 PM
21 साल पहले बने प्रतीक्षालय की एक बार भी नहीं कराई मरम्मत, अब ढहने का डर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद, 3 सितंबर। महासमुंद शहर के बस स्टैंड परिसर में करीब 21 साल पहले बनाया गया यात्री प्रतीक्षालय अब डराने लगा है। निर्माण के बाद से अब तक इस प्रतीक्षालय की एक बार भी मरम्मत नहीं कराई गई। लिहाजा इसका हाल-बेहाल है। दीवारों की दरारों से सरिया झांक रहे हैं। स्थिति इतनी दयनीय है कि यह प्रतीक्षालय कभी भी ढह सकता है।

बताना जरूरी है कि यात्रियों के लिए यहां कोई सुविधाएं नहीं है। प्रतीक्षालय में न पीने के पानी की व्यवस्था है और न ही बैठने के लिए कोई उचित इंतजाम किए गए हैं। सबसे ज्यादा दिक्कतें बारिश के सीजन में होती है। दीवार जर्जर होने के कारण इसमें जगह-जगह आई दरारों सेपानी अंदर आता है। बारिश का पानी दीवारों से रिसते हुए भीतर तक प्रवेश करता है। ऐसे में बस के इंतजार में बैठे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

चूंकि यह प्रतीक्षालय काफी पुराना है। अत: इसके छत का प्लास्टर टुकड़ों-टुकड़ों में जमीन पर गिर रहा है। ये स्थिति बीते 3 साल से बनी हुई है। प्रतीक्षालय में बैठने की भी समुचित व्यवस्था नहीं है। बीते 6 साल से अब तक नये बस स्टैंड निर्माण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। पहले लभराखुर्द रोड में करीब 7 एकड़ जमीन में बस स्टैंड बनने के लिए प्रस्तावित भी हो चुका था। इसके बाद वर्तमान में फिर से पालिका के द्वारा बजट में शामिल कर बस स्टैंड निर्माण करने की योजना है। इसको लेकर मचेवा रोड में जमीन तलाश ली गई।

इस प्रतीक्षालय में यात्रियों के पीने के लिए आरओ मशीन लगाई गई है, जो बीते डेढ़ साल से खराब है। इसे आज तक नहीं बनवाया गया है। न ही पीने के पानी की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। ऐसे में यात्री परेशान होते रहते हैं। प्रतीक्षालय में पानी की व्यवस्था नहीं होने के कारण यात्रियों को आसपास के होटलों में पीने के पानी के लिए मुंह ताकना पड़ता है। होटल में भी खाने के सामान लेने पर ही पानी देते हैं।

हालात यह है कि महासमुंद बस स्टैंड से रायपुर, सरायपाली, ओडि़शा, बसना, पिथौरा, गरियाबंद, बागबाहरा, फिंगेश्वर, राजिम समेत अन्य रूटों में दिन में करीब 300 बसों का संचालन होता है। इसके हिसाब से अब बस स्टैंड में जगह कम पडऩे लगी है। इसके चलते भीड़ अधिक होने पर वाहन चालकों को बस निकालते समय ज्यादा परेशानी होती है। बस को मोडऩे और आगे पीछे करने के दौरान जाम की स्थिति बन जाती है। कई बार विवाद भी हो जाता है। इस बारे में नगर पालिका सीएमओ अशोक सलामे ने कहा कि नए बस स्टैंड बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा। शहर के बाहर बस स्टैंड बन जाने से यातायात व्यवस्था में सुधार होगा। प्रतीक्षालय भी आधुनिक होंगे। इससे किसी तरह की दिक्कतें नहीं होगी।


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