महासमुन्द

सहकारी समिति कर्म. महासंघ ने सौंपा ज्ञापन, खरीदी बहिष्कार की चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 4जनवरी। पिछले दिनों बारिश होने के कारण धान भीगा है और मिलर्स भीगे हुए धान का उठाव करने से बच रहे हैं। लिहाजा जिले के जगदीशपुर, पिरदा, पथरला, आरंगी, जाड़ामुड़ा, बम्हनी, भस्करा सहित क्षेत्र के सभी सोसायटियों में धान की बोरियों की बड़ी ढेरी जमा हो गई है। समितियों में इस वक्त धान का उठाव कछुआ चाल से जारी है।
हाल की बारिश की वजह से जमीन गीला होने के कारण चार-पांच दिनों से कई धान खरीदी केंद्रों में किसान धान बेचने पहुंचे नहीं। अब मौसम खुलते ही फिर से किसान टोकन लेकर धान बेचने के लिए समितियों में पहुंच रहे हैं। हालांकि खाद्य अधिकारी का कहना है कि बारिश होने के बाद भी खरीदी केंद्र चालू था। ऐसा कोई निर्देश शासन की तरफ से नहीं था कि धान खरीदी को कुछ दिन के लिए बंद करें।
सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ जिला महासमुंद ने कल धान परिवहन के संबंध में महासमुंद कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और कहा है कि धान परिवहन नहीं होने की स्थिति में 10 जनवरी से धान खरीदी का बहिष्कार किया जाएगा। उनका कहना है कि प्रदेश सहित महासमुंद जिले में 1 दिसंबर से धान खरीदी शुरू हुआ है और जब से खरीदी शुरू हुआ है तब से धान उपार्जन केंद्रों में परिवहन की समस्या बनी हुई है। परिवहन की समस्या बनी रहने के कारण धान खरीदी में सहकारी समिति के कर्मचारियों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जिसे देखते हुए सहकारी समिति के कर्मचारियों ने ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हुए एक माह से भी अधिक हो चुका है लेकिन उपार्जन केंद्रों में धान उठाव की गति काफी सुस्त है। इससे खरीदी केंद्रों में जगह के अभाव में जाम की स्थिति बन रही है। परिवहन नहीं होने से समितियों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।