महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,19 अक्टूबर। महासमुंद शहर के चार वार्डों में पिछले पांच दिनों से गंदा पानी आ रहा है जिससे वार्डवासी काफ ी परेशान हैं। इसका प्रमुख कारण पुराने कनेक्शन के स्थान पर नई पाइपलाइन को जोडऩा बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि पूर्व में पाइपलाइन में जमी गंदगी के कारण पानी मटमैला आ रहा है, जोड़ते समय भी पाइपलाइन में मिट्टी आदि आ गई होगी। गौरतलब है कि सुभाषनगर, पिटियाझर, इमलीभाठा सहित अन्य वार्डों में नई पाइपलाइन का कनेक्शन पुराने पाइपलाइन से काटकर जोड़ा गया है। इसकी वजह से नए पाइप के अंदर जमी गंदगी ही नलों के माध्यम से निकल रही है। नगर पालिका के अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने बताया कि फिल्टर प्लांट में किसी तरह की खराबी नहीं है।
प्रकाश चंद्राकर का कहना है कि गंदा पानी नई पाइपलाइन के कारण ही आ रहा है। जिन क्षेत्रों में इस प्रकार की समस्या आ रही है, उन क्षेत्रों में पुरानी पाइपलाइन के कनेक्शन को काटकर नई पाइपलाइन से जोड़ा गया है। गंदा पानी आने का यही एक प्रमुख कारण होगा। ऐसी समस्या नई पाइपलाइन डालने पर होती ही है। कुछ दिनों में ही लगातार पानी जाने के बाद इस तरह की समस्या समाप्त हो जाएगी।
नगर पालिका क्षेत्र में पटरीपार इमलीभाठा, नयापारा, पिटयाझर, सुभाष नगर, कॉलेज रोड सहित आसपास के क्षेत्र में गंदे व मटमैले पानी की सप्लाई हो रही है। पानी की इस सप्लाई को देखकर लोग परेशान हैं क्योंकि यह पानी पीने योग्य नहीं है। पिछले चार दिनों से घर के नलों में मटमैला व गंदा पानी आ रहा है।
(नगर पालिका क्षेत्र में वर्ष 2017 में नई पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू किया गया। 11.50 करोड़ की लागत से बिछाने जाने वाले इस पाइपलाइन का काम अब भी 10 फीसदी अधूरा है। शहर के 30 वार्डों के साथ ही सप्लाई लाइन भी नई बिछाई गई है। शहर के सभी वार्डों में नई लाइन बिछाने का काम पूरा हो चुका है। कुछ चुनिंदा वार्डों में ही 10 फीसदी काम शेष है। सभी इलाकों में नई पाइपलाइन से सप्लाई शुरू कर दी गई है।)