महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,10 अक्टूबर। लीनेस क्लब द्वारा 2 से 8 अक्टूबर तक आयोजित सेवा सप्ताह का समापन हुआ। अंतिम दिन कस्तूरबा छात्रावास में अध्ययनरत नक्सल प्रभावित छात्र-छात्राओं के लिए लीनेस क्लब ने अन्नदान के रूप में फल एवं खाद्य सामग्री भेटं की।
लीनेस क्लब की गांधी जयंती से शुरू हुई सेवा सप्ताह शुक्रवार को समाप्त हुआ। लीनेस के सदस्य एवं पदाधिकारियों ने ग्राम सोरिद में 4 अक्टूबर को प्राथमिक शाला के बच्चों को गांधी जी के जीवन पर लेख एवं चित्रकला हेतु पुरस्कार दिया। गांव के कुम्हारों को भी क्लब के द्वारा सम्मानित किया गया और स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करने ग्रामीणों को प्रेरित किया गया।
इसी कड़ी में 6 अक्टूबर को बरोंडा बाजार के आंगनबाड़ी केन्द्र में कुपोषित बच्चों को पोषण आहार का वितरण किया गया। साथ ही पोषण आहार के बारे में महिलाओं को जानकारी दी गई। इसी प्रकार 7 अक्टूबर को लभरा खुर्द आंगनबाड़ी के कुपोषित बच्चों को पोषण आहार का वितरण एवं 8 अक्टूबर को नेत्रदान के संबंध में महिला समूहों के बीच जागरूकता अभियान चलाया गया। समापन अवसर पर लीनेस के डिस्ट्रिक्ट चेयर पर्सन ऐश्वर्या तिवारी ने कहा कि अपने जीवन के बाद दूूसरों के जीवन में रोशनी लाने के लिए अधिक से अधिक संख्या में नेत्रदान करना चाहिए।
लीनेस अध्यक्ष ललिता प्रकाश चंद्राकर ने कहा कि नेत्रदान सभी दानों में श्रेष्ठदान है। नेत्रदान कर के हम नेत्रहीन व्यक्तियों के जीवन में प्रकाश लाकर उसके जीवन को खुशियों से भर सकते हैं। सचिव राजश्री ठाकुर ने कहा कि नेत्रदान महादान है, जिसमें हम सब की भी सहभागिता हो और स्वयं प्रेरित होकर समाज अन्य लोगों को प्रेरित करें।
कोषाध्यक्ष मीना वर्मा ने नेत्रदान के लिए अपील करते हुए कहा कि नेत्रदान के इस महाअभियान में आप सभी अधिक से अधिक संख्या में नेत्र दान के लिए जागरूकता अभियान चलाएं और इस पुनीत कार्य में अपनी सहभागिता दें। सेवा सप्ताह को सफल बनाने हेतु लीनेस क्लब के पदाधिकारी पूर्व अध्यक्ष निरंजना चंद्राकर, उपाध्यक्ष मीना चंद्राकर, निरंजना शर्मा, सुरेखा कंवर, वाणी तिवारी, सुजाता विश्वनाथन, कामिनी चंद्राकर, सुधा साहू, लक्ष्मी साहू, सीता टोंडेकर का सहयोग रहा।