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मांगों पर चर्चा के बाद ही-यातायात महासंघ
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
रायपुर, 26 जून। राज्य सरकार के आदेश के बाद भी राजधानी रायपुर समेत प्रदेश में निजी यात्री बसें नहीं चलेंगी। बस मालिकों ने उनकी समस्याएं सुने बिना बस संचालन से इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि सरकार जब तक उनकी समस्याओं को दूर करते हुए उनकी मांगों पर विचार नहीं करेगी, वे सभी अपनी बसों का संचालन नहीं करेंगे।
छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ के संयोजक प्रकाश देशलहरा व अन्य पदाधिकारियों का कहना है कि राज्य सरकार पहले उनके द्वारा रखी गई मांगों को पूरी करें। इसके बाद ही वे सभी अपनी बसे चलाने तैयार होंगे। बस मालिकों ने जो मांग सरकार से सामने रखी है उनमें लॉक डाउन अवधि को छोड़कर 6 महीने का टैक्स माफ, डीजल की बढ़ती कीमतों के अनुपात में यात्री किराया बढ़ाने और नॉन यूज बसों को बिना टैक्स लिए खड़ी करने की अनुमति देने शामिल हैं।
उनका कहना है कि मांगें पूरी होने के बाद ही बस मालिक अपनी बसों को चलाने तैयार होंगे। बस मालिकों की हाल ही में हुई एक बैठक में यह तय हुआ है। उल्लेखनीय है कि बीती शाम राज्य सरकार ने यात्रियों की सुविधा के लिए कुछ नियमों के साथ प्रदेश में निजी बस सेवा चालू करने की अनुमति दी थी। सरकार ने यह सेवा आज से चालू करने कहा था, लेकिन कहीं कोई बसें नहीं चली।