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नया जिला बनाने के बाद कांगे्रस को उम्मीद
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 24 जून। निकट भविष्य में मरवाही विधानसभा की रिक्त सीट पर होने वाले उप-चुनाव में कांग्रेस ने अपनी जीत सुनिश्चित करने की मंशा से तैयारी शुरू कर दी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम बिलासपुर व जीपीएम जिले के पदाधिकारियों के साथ यहां दो दिनों के दौरे पर हैं। यहां की बैठकों में उन्होंने आगाह किया है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मरवाही की जनता से किये गये वायदों को पूरा किया है अब यह सीट कांग्रेस के पास आनी चाहिये। इधर कोरबा से प्रतिनिधित्व करने वाले राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को नये जिले का प्रभारी मंत्री भी बनाया गया है।
मरकाम ने गौरेला और पेन्ड्रा में कार्यकर्ताओं की बैठक के दौरान कहा कि कार्यकर्ताओं की तैयारी में कमी की वजह से ही हम इस सीट पर पिछड़ते रहे। कार्यकर्ता परिश्रम करे और जनता के सम्पर्क में रहे तो उनकी जीत तय होती है। यदि कांग्रेस बार-बार मरवाही से हारती रही तो इसके लिये कार्यकर्ता भी जिम्मेदार हैं।
मरकाम ने गौरेला के अग्रसेन भवन में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की बैठक में कहा कि ऊर्जावान कार्यकर्ता उप-चुनाव को जीतने के लिये अभी से बूथ स्तर पर काम शुरू कर दें। परोक्ष रूप से जोगी परिवार पर निशाना साधते हुए मरकाम ने कहा कि मरवाही विकास की दौड़ में बहुत पिछड़ गया है, जिसके लिये वे लोग जिम्मेदार हैं जो अब तक यहां से जीत कर जा रहे थे। लोगों ने उन्हें अपने क्षेत्र के विकास के लिये जिताया पर वे देश-प्रदेश की राजनीति करने लगे। मरकाम ने कहा कि अब कांग्रेस की विधानसभा में 70 सीटें होनी चाहिये, यानि मरवाही की सीट पर जीत मिलनी चाहिये। मुख्यमंत्री ने सरकार आने पर गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही को नया जिला बनाने की बहु-प्रतीक्षित मांग को अपने वादे के अनुरूप पूरा भी कर दिया है।
इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि संगठन में पद निजी पसंद, नापसंद के हिसाब से नहीं दिया जाना चाहिये। जो लोग बरसों से संगठन के प्रति समर्पित हैं उन्हें पद और जिम्मेदारी सौंपना चाहिये। मरकाम ने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया कि जब निगम, मंडल के पदाधिकारियों की नियुक्ति होगी तो गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही जिले से भी प्रतिनिधित्व दिया जायेगा।
दौरे में मरकाम के साथ तानाखार विधायक मोहित केरकेट्टा, जीपीएम जिले के लिये कांग्रेस के प्रभारी प्रदेश उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, प्रदेश महामंत्री उत्तम वासुदेव बिलासपुर व जीपीएम जिलों के प्रभारी मंत्री भी उनके साथ हैं।
दूसरी ओर एक महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए मुख्यमंत्री ने मंत्री जयसिंह अग्रवाल को इस नये जिले का प्रभारी मंत्री बनाया है। मरवाही कोरबा संसदीय सीट के अंतर्गत है, जहां से अग्रवाल विधानसभा का प्रतिनिधित्व करते हैं। आगामी दिनों मे जयसिंह अग्रवाल का मरवाही दौरा तय है जहां वे प्रशासनिक बैठकों के अलावा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मन भी टटोलेंगे।
क्या जोगीविहीन मरवाही की बदलेगी तस्वीर?
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद खाली हुई इस सीट पर कांग्रेस पिछले कई चुनावों में तीसरे स्थान पर रही है। स्व. अजीत जोगी व अमित जोगी को यहां एकतरफा जीत मिलती आई है। इस बार जोगीविहीन कांग्रेस विशाल बहुमत के साथ छत्तीसगढ़ में सरकार में है। जोगी परिवार से कोई चुनाव मैदान में उतरेगा या नहीं यह तस्वीर अब तक साफ नहीं हुई है। अमित जोगी कह चुके हैं कि उनका ध्यान इस समय राजनीति पर नहीं है। इसका अर्थ यह भी लगाया जा रहा है कि वे चुनाव लडऩे के इच्छुक नहीं है। मरवाही अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिये आरक्षित सीट है और उनके प्रमाण पत्र की वैधता को लेकर भी बाकी दलों के लोग निगाह जमाये हुए हैं।
कांग्रेस की तरह भाजपा ने भी यहां जनसम्पर्क अभियान, वर्चुअल रैलियां की हैं। प्रदेश स्तर के नेताओं ने मरकाम की तरह अभी दौरा नहीं किया है। आगामी नवंबर से पहले होने वाले इस उप-चुनाव में कांग्रेस जीतकर अपनी खोई जमीन वापस भी पा सकती है, बीते कई चुनावों में तीसरे स्थान पर रहने के बावजूद। पर, यहां संगठनात्मक रूप से भाजपा ज्यादा मजबूत रही है। वह जोगी से रिक्त हुई सीट पर अपना दबदबा देखना चाहिये। मरकाम और जयसिंह अग्रवाल के दौरे कांग्रेस को कितनी मजबूती प्रदान करता है या भाजपा अपने दूसरे स्थान से और ऊपर पहुंच पायेगी, आने वाले दिनों में तस्वीर साफ होगी। इन दोनों से परे जोगी के लिये एकतरफा समर्थन देने वाले मतदाताओं का रुख बदलेगा या उनके नाम पर किसी प्रतिनिधि को भी उतना ही सम्मान मिलेगा, यह देखने की बात होगी।