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सिम्स बनेगा प्रदेश का पहला हाई-टेक स्टरलाइजेशन सिस्टम वाला मेडिकल कॉलेज
21-Nov-2025 12:31 PM
सिम्स बनेगा प्रदेश का पहला हाई-टेक स्टरलाइजेशन सिस्टम वाला मेडिकल कॉलेज

एसईसीएल के साथ एमओयू, अस्पताल की हवा होगी मेडिकल-ग्रेड स्तर तक शुद्ध

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बिलासपुर, 21 नवंबर। छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) अब प्रदेश का पहला मेडिकल कॉलेज बनने की ओर बढ़ रहा है, जहां सेमीकंडक्टर आधारित एयर प्यूरीफिकेशन और स्टरलाइजेशन सिस्टम लगाया जाएगा। इसके लिए सिम्स और एसईसीएल के बीच गुरुवार को एक एमओयू पर हस्ताक्षर हुए।

स्टरलाइजेशन तकनीक एक उन्नत सिस्टम है। इसे सामान्य एयर प्यूरीफायर से कई गुना ज्यादा प्रभावी माना जाता है। इसमें लगे सेमीकंडक्टर चिप्स हवा में मौजूद वायरस, बैक्टीरिया और फंगल स्पोर्स जैसे सूक्ष्मजीवों को लगभग 99 प्रतिशत तक निष्क्रिय कर देते हैं। इसे स्थापित करने के बाद आईसीयू, ओटी, वार्ड्स और ओपीडी में संक्रमण पर नियंत्रण मजूबत होगा। यह निरंतर स्टरलाइजेशन करेगा, साथ ही ऊर्जा की बचत होगी और लंबी अवधि तक बिना रोक-टोक संचालन होगा। यह संयंत्र हवा को पूरी तरह मेडिकल-ग्रेड गुणवत्ता तक शुद्ध करने की क्षमता रखता है।
सीएसआर मद से एसईसीएल इस पूरे प्रोजेक्ट में उपकरण, तकनीकी विशेषज्ञता और इंस्टॉलेशन-कम-मेंटेनेंस के लिए वित्तीय सहयोग उपलब्ध कराएगा।

सिम्स के अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति ने कहा कि सिम्स के लिए यह ऐतिहासिक कदम है। इस तकनीक के आने से संक्रमण नियंत्रण में हम प्रदेश में अग्रणी बन जाएंगे। हमारा लक्ष्य मरीजों को पूरी तरह सुरक्षित और आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएँ देना है।

चिकित्सा अधीक्षक डॉ. लखन सिंह ने कहा कि अस्पताल की हवा कितनी शुद्ध है, यह सीधे मरीजों की सुरक्षा से जुड़ा है। यह नया सिस्टम संक्रमण के खतरे को काफी कम करेगा।

सेमीकंडक्टर आधारित स्टरलाइजेशन सिस्टम लगने के बाद सिम्स एक मॉडल मेडिकल कॉलेज के रूप में स्थापित होगा, जहाँ अस्पताल की हवा हमेशा उच्च-स्तरीय और संक्रमण-रहित होगी।


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