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रायपुर, 19 नवंबर। कांग्रेस सरकार की विदाई और भाजपा के सत्तारूढ़ होने के बीच की अवधि में पटवारी से राजस्व निरीक्षक के पद पर पदोन्नति में गड़बड़ी का खुलासा हुआ था । यह मामला विधानसभा के बीते बजट और मानसून सत्र में जमकर उठा था। पक्ष विपक्ष के विधायकों की घेरेबंदी के बाद राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने पहले जीएडी की कमेटी और फिर ईओडब्ल्यू से जांच कराने की घोषणा की थी। इस मामले की ईओडब्ल्यू ने एफआईआर दर्ज कर जीएडी कमेटी की रिपोर्ट के अध्ययन के बाद आज यह छापेमारी की है।
पटवारी से राजस्व निरीक्षक के 90 रिक्त पदों पर पदोन्नति के लिए विभागीय भर्ती परीक्षा हुई थी। भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत हुई थी। यह बात भी सामने आई है कि चयनित 22 अभ्यर्थियों को एक जगह बिठाकर परीक्षा ली गई और फिर चयन किया गया। हर स्तर पर गड़बडिय़ां पाई गई। शिकायत आने के बाद 23 अगस्त 2024 को 5 सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई थी।
इस जांच कमेटी में विशेष सचिव खाद्य केडी कुंजाम, उपसचिव डॉ. फरिहाआलम सिद्दीकी उपसचिव के अलावा अजय कुमार त्रिपाठी, अंशिका ऋषि पाण्डेय और राकेश साहू थे। कमेटी से 15 दिनों के भीतर जांच प्रतिवेदन मांगा गया था। जांच रिपोर्ट में गड़बड़ी की पुष्टि हुई है, और कमेटी ने प्रकरण की विस्तृत जांच की जरूरत बताई है।
सामान्य प्रशासन विभाग से इस पूरे मामले की मुख्य तकनीकी परीक्षक, और ईओडब्ल्यू-एसीबी से जांच कराने की सिफारिश की गई है। सिफारिश में कहा गया है कि इसमें तकनीकी विशेषज्ञों से जांच कराने की जरूरत बताई गई है।
आज की कार्रवाई उन अधिकारियों के घरों व ठिकानों पर हो रही है, जिन्हें पटवारी से आरआई बनने की परीक्षा में अनियमितताओं का लाभ मिला था या जिन पर भ्रष्टाचार व हेरफेर के आरोप लगे हैं। EOW-ACB की संयुक्त कार्रवाई से प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है। टीमों ने कई जगह दस्तावेज, डिजिटल रिकॉर्ड और संदिग्ध सामग्री भी जब्त की है।


