ताजा खबर

दिल्ली विस्फोट : डॉ. मुजम्मिल ने लालकिला क्षेत्र की कई बार टोह ली थी, मुख्य आरोपी तुर्किये भी गया था
12-Nov-2025 8:14 PM
दिल्ली विस्फोट : डॉ. मुजम्मिल ने लालकिला क्षेत्र की कई बार टोह ली थी, मुख्य आरोपी तुर्किये भी गया था

नयी दिल्ली, 12 नवंबर। हाल ही में सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल के संबंध में गिरफ्तार किए गए डॉ. मुजम्मिल गनई के मोबाइल फोन के डेटा के विश्लेषण से पता चला है कि उसने इस साल जनवरी में लाल किला क्षेत्र की कई बार टोह ली थी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि उन्हें संदेह है कि ये रेकी 26 जनवरी को ऐतिहासिक स्मारक को निशाना बनाने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा थीं, जो उस समय क्षेत्र में गहन गश्त के कारण विफल हो गई होगी।

सूत्रों के मुताबिक जांच के दौरान खुलासा हुआ कि दो प्रमुख संदिग्ध,धमाके वाली आई20 हुंदै कार चला रहे डॉ. उमर और मुज़म्मिल तुर्किये गए थे। उन्होंने बताया कि जांचकर्ताओं को उनके पासपोर्ट में तुर्किये के आव्रजन टिकट मिले हैं और वे इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या दोनों अपनी यात्रा के दौरान किसी विदेशी आका से भी मिले थे।

सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने लाल किला विस्फोट मामले से जुड़ी संदिग्ध लाल फोर्ड इकोस्पोर्ट कार का पता लगाने के लिए शहर के सभी पुलिस थानों, चौकियों और नाकों को अलर्ट जारी कर दिया है।

उन्होंने बताया कि जांच के दौरान खुलासा हुआ कि विस्फोट में इस्तेमाल हुंदै आई20 कार से जुड़े अन्य संदिग्धों के पास एक अन्य लाल रंग की कार भी थी जिसके बाद यह अलर्ट जारी किया गया है।

पुलिस द्वारा जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने और तीन चिकित्सकों सहित आठ लोगों को गिरफ्तार करने के कुछ ही घंटों बाद दिल्ली के लाल किला क्षेत्र के पास एक धीमी गति से चलती कार में उच्च तीव्रता वाला विस्फोट हुआ, जिसमें 12 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।

पुलिस ने जम्मू कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फैले आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ कर लगभग 2,500 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम क्लोरेट और सल्फर जब्त किया था।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को लोकनायक जयप्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल का दौरा किया और विस्फोट में घायल हुए लोगों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि अपराधियों को न्याय के शिंकजे में लाया जाएगा।

मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘एलएनजेपी अस्पताल जाकर दिल्ली विस्फोट में घायल हुए लोगों से मुलाकात की। सभी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। साजिश के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।’’

विस्फोट स्थल से करीब 40 नमूने एकत्र करने वाली फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) के अनुसार, प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि विस्फोटकों में से एक नमूना अमोनियम नाइट्रेट प्रतीत होता है।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि डॉ. मुजम्मिल के मोबाइल फोन से प्राप्त ‘डंप डेटा’ के विश्लेषण से पता चला है कि जनवरी के पहले सप्ताह में लाल किला क्षेत्र में और उसके आसपास उसकी बार-बार उपस्थिति थी।

एजेंसियां डॉ. उमर की गतिविधि और संचार का पता लगाने के लिए विस्फोट के दिन अपराह्न तीन बजे से शाम 6.30 बजे के बीच लाल किला क्षेत्र से मोबाइल डेटा का भी विश्लेषण कर रही हैं।

अधिकारियों ने बताया कि डॉ. मुजम्मिल ने अपने साथी डॉ. उमर नबी के साथ सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ की प्रवृत्ति का पता लगाने के लिए कई बार लाल किले का दौरा किया था। टावर लोकेशन डेटा और आसपास के इलाकों से एकत्र किए गए सीसीटीवी फुटेज के जरिए उनकी गतिविधियों की पुष्टि की गई है। ऐसा बताया गया है कि सोमवार को जिस कार में विस्फोट हुआ उसे डॉ. उमर नबी चला रहा था जो अल-फलाह विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर था।

अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने फरीदाबाद के एक कार विक्रेता को हिरासत में लिया है और दिल्ली तथा आसपास के राज्यों में पुरानी कार की खरीद-बिक्री का करोबार करने वाले लोगों से हाल में बेचे गए वाहनों का सत्यापन करने और विवरण साझा करने का निर्देश दिया है।

लाल किले के नजदीक विस्फोट के बाद जांच के घेरे में आए हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल फलाह विश्वविद्यालय ने बुधवार को कहा कि इस मामले में गिरफ्तार किए गए उसके दो चिकित्सकों के साथ उसका केवल व्यावसायिक संबंध है और वह दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम से व्यथित है।

आतंकवाद से जुड़े चिकित्सकों से दूरी बनाते हुए विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा कि यह एक जिम्मेदार संस्थान है और राष्ट्र के साथ एकजुटता में खड़ा है।

इस बीच, फॉरेंसिक दल ने विस्फोट स्थल से करीब 40 नमूने एकत्रित किए, जिनमें दो कारतूस, गोला-बारूद तथा दो अलग-अलग प्रकार के विस्फोटकों के नमूने शामिल हैं।

अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि विस्फोटकों में से एक नमूना अमोनियम नाइट्रेट प्रतीत होता है।

सोमवार को फरीदाबाद में एक जांच के दौरान 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया गया था, जब अल फलाह विश्वविद्यालय से जुड़े डॉ. मुजम्मिल गनई और डॉ. शाहीन सईद को गिरफ्तार किया गया।

एक अधिकारी ने बताया, ‘‘दूसरा विस्फोटक नमूना अमोनियम नाइट्रेट से भी ज्यादा शक्तिशाली माना जा रहा है। इसकी सटीक संरचना की पुष्टि विस्तृत फ़ोरेंसिक जांच के बाद होगी।’’

अधिकारियों के अनुसार, एफएसएल टीम को घटनास्थल का निरीक्षण करते समय कारतूस मिले। उन्होंने बताया कि विस्फोटकों की प्रकृति और विस्फोट में उनका इस्तेमाल कैसे किया गया, यह जानने के लिए जांच जारी है।

आतंकी मॉड्यूल की गतिविधियों की जांच के सिलसिले में जम्मू कश्मीर पुलिस ने बुधवार को हरियाणा के मेवात से एक मौलवी को हिरासत में लिया।

मौलवी इश्तियाक को श्रीनगर ले जाया गया है। वह फरीदाबाद में अल फलाह विश्वविद्यालय के समीप एक किराए के मकान में रह रहा था।

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने उसके घर से ही 2,500 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक बरामद किया था।

मौलवी इश्तियाक को गिरफ्तार किये जाने की संभावना है।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी व्यक्तिगत रूप से गाजीपुर, सिंघु, टिकरी और बदरपुर सहित अंतरराज्यीय सीमाओं पर सुरक्षा जांच की निगरानी कर रहे हैं। बाजारों, मेट्रो स्टेशन, रेलवे टर्मिनल और बस अड्डों पर वाहनों की तलाशी ली जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी संदिग्ध गतिविधि नजरों से बच न पाए। (भाषा)


अन्य पोस्ट