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भारत के विदेश मंत्री डॉक्टर एस. जयशंकर ने वर्चुअल तौर पर ब्रिक्स शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि ब्रिक्स देश अलग-अलग समाज व्यवस्थाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन मौजूदा वैश्विक घटनाक्रमों से सभी प्रभावित हैं.
उन्होंने कहा कि हाल के सालों में कोविड महामारी का असर, यूक्रेन और पश्चिम एशिया में संघर्ष, व्यापार और निवेश में अस्थिरता, भीषण जलवायु घटनाएं और एसडीजी एजेंडा की धीमी प्रगति जैसी चुनौतियां सामने आई हैं.
जयशंकर के मुताबिक़, इन परिस्थितियों में बहुपक्षीय व्यवस्था नाकाम दिख रही है और यही चिंता ब्रिक्स देशों में चर्चा का विषय बनी है.
उन्होंने कहा कि अब ज़रूरी है कि हम अपनी राष्ट्रीय नीतियों में साझा आधार तलाशकर अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था और वैश्विक व्यवस्था को स्थिर करने पर ध्यान दें.
साथ ही उन्होंने कहा कि मौजूदा संघर्षों पर ध्यान देना अहम है, क्योंकि इनका सीधा असर विकास और सप्लाई चेन पर पड़ता है.
जयशंकर ने शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और समूह के कई अन्य नेताओं ने भाग लिया. (bbc.com/hindi)