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टूटा लुतिया डैम, एक ही परिवार के 7 बहे, 4 की मौत, 3 लापता
03-Sep-2025 5:07 PM
टूटा लुतिया डैम,  एक ही परिवार के 7 बहे, 4 की मौत, 3 लापता

3 गंभीर, दर्जनों मवेशियों की मौत, कई एकड़ फसल बर्बाद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलरामपुर/राजपुर, 3 सितंबर। बलरामपुर- रामानुजगंज जिला का लुतिया डैम आधी रात में टूटने से दो मकान बाढ़ में बह गए और दोनों मकान में सोए हुए लोग भी बह गए। इस घटना में एक ही परिवार के 7 लोग बह गए थे, जिसमें चार लोगों  की मौत हो गई, जबकि तीन लोग लापता हैं। मृतकों में एक गर्भवती महिला भी शामिल है।

पुलिस ने बताया कि एक महिला और एक पुरूष की लाश बीती रात एवं 2 लोगों की लाश बुधवार को बरामद किया गया है। वहीं दो बच्चे एवं एक युवक की तलाश की जा रही है। इस हादसे में 3 लोग गंभीर रूप से घायल हुए है। वहीं डैम टूटने से 5 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हंै, 1 मकान को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है। पानी के तेज बहाव में 50 बकरा और 6 गाय बैल भी बह गए थे, इन सभी की भी मौत हो गई है। इसके अलावा लगभग 25 एकड़ में लगे फसल को नुकसान पहुंचा है। घटना के बाद गांव में शोक का माहौल है।

 जानकारी के अनुसार बलरामपुर जिले के तातापानी पुलिस चौकी क्षेत्र में स्थित लुतिया डैम मंगलवार की रात में टूट गया, जिसकी वजह से दो मकान पूरी तरीके से बाढ़ में बह गए, दोनों मकान में लोग सोए हुए थे। इस घटना में एक ही परिवार के 7 लोग बह गए थे, जिसमे चार लोगों की लाश की बरामदगी कर ली गई है।

इस घटना में डैम के नीचे बसे दो घर बहकर हुए पूरी तरह तबाह हो गई और कई मवेशियों की मौत और कई लापता हैं। हादसा रात करीब 10 बजे का बताया जा रहा है। घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर, एसपी एवं अन्य अधिकारी सहित एस डी आर एफ और प्रशासन की टीम राहत बचाव कार्य में जुटी है।

जिले में लगातार तेज बारिश होने के कारण लुतिया डैम रात 10 बजे के करीब टूट गया। लगातार तेज बारिश होने के कारण पहाड़ का पानी बांध में आ रहा था और उसके बाद बांध लबालब भर गया और देखते ही देखते पूरा बांध टूट गया, लेकिन इस दौरान पहले से यहां पर कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया था और न ही जल संसाधन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे हुए थे। यही वजह है कि यहां पर मकान बनाकर रह रहे दो परिवार के लोग गहरी नींद में जब सोए हुए थे, तब बांध टूटने की वजह से आने वाले बाढ़ में वे बह गए, घर का नामोनिशान मिट गया।

घटना की जानकारी मिलने पर देर रात 3 बजे के करीब कलेक्टर राजेंद्र कटारा और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे और उन्होंने रेस्क्यू टीम के माध्यम से दो लोगों की लाश को मौके से बरामद किया। तीन लोगों को गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।

 

ग्रामीणों ने दी थी डैम में रिसाव की जानकारी

डैम टूटने से आई बाढ़ में कई जान चली गई, दूसरी तरफ स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि लंबे समय से डैम में रिसाव हो रहा था, लेकिन इसके बाद भी जल संसाधन विभाग के अधिकारी इसका मरम्मत नहीं कर रहे थे, जबकि इस साल लगातार पिछले दो महीना से अत्यधिक बारिश हो रही है, उसके बावजूद जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने यहां पर पहले से कोई अलर्ट जारी नहीं किया था और न ही मुनादी कराया था, अगर ऐसा किया गया होता तो लोगों की जान नहीं गई होती।

ग्रामीणों ने आरोप लगाते कहा है कि 40-50 साल पुराने डैम का निर्माण पहाड़ी के नीचे किया गया है, लेकिन जल संसाधन विभाग के अधिकारी वास्तविक रूप से इस डैम का मरम्मत नहीं कर रहे थे, सिर्फ कागजों में ही हर साल मरम्मत किया जाता था। यही वजह है कि इस साल डैम तेज बारिश के बीच बह गया।

ये है मृतक

डैम टूटने से आई बाढ़ में गर्भवती महिला रजन्ती पति गणेश खैरवार (30 वर्ष) की लाश बरामद कल रात्रि को ही हो गई थी। इसके अलावा बतासिया रामबृक्ष (60 वर्ष) खैरवार का भी शव बरामद कल रात को ही हो गई थी। इसके अलावा लापता चिंता पिता सजीवन खैरवार (35 वर्ष), प्रिया पिता सजीवन (6 वर्ष) का शव बरामद बुधवार की सुबह हुआ। इसके अलावा एसडीआरएफ की टीम बुधवार को लापता जीतन पिता बंधारी (55 वर्ष), वंदना सिंह उर्फ छैनी पिता गणेश खैरवार (ढाई वर्ष ), कार्तिक पिता गणेश खैरवार (6 वर्ष) की तलाश में लगी है। घायलों में रामबृक्ष पिता बेचू (60 वर्ष), अनूप पिता हीरा (35 वर्ष), कालीचरण पिता कुंवर हैं।


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