ताजा खबर

ईओडब्ल्यू ने पूछताछ के बाद विशेष कोर्ट में पेश किया था
रायपुर, 26 जुलाई। प्रदेश में हुए 3200 करोड़ के शराब घोटाले में दो सगे भाई संजय एवं मनीष मिश्रा और अभिषेक सिंह को 6 अगस्त तक के लिए जेल भेज दिया गया है।
मनीष और अभिषेक नेक्स्टजेन कंपनी के नाम से शराब की सप्लाई और अभिषेक सिंह इसी प्रकरण में जेल भेजे गए अरविंद सिंह का भतीजा है।
इन तीनों से पूछताछ करने के बाद ईओडब्ल्यू ने शनिवार को विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश किया। इस दौरान न्यायाधीश को बताया कि 2020-21 में विदेशी शराब पर कमीशन उगाही करने शराब घोटाले के सिंडीकेट में शामिल 3 कंपनियों को एफएलए-10 लाईसेंस दिया गया था। शराब निर्माता कंपनियां पहले इन लाईसेंसी कंपनियों को शराब सप्लाई करती थी। फिर उस कीमत पर 10 फीसदी का मार्जिन जोड़कर यह कंपनियां आबकारी विभाग के सीएसएमसीएल को शराब बेचती थी। इसके जरिए 10 फीसदी अतिरिक्त लाभ कंपनियों को मिल रहा था। इसका 60 फीसदी हिस्सा सिंडीकेट और 40 फीसदी हिस्सा कंपनी खुद रखती थी। इसके चलते राज्य सरकार को करोड़ो रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ। गिरफ्तार किए गए आरोपी वसूली के हिस्से का 60 फीसदी खुद रखने के बाद सिंडीकेट के प्रमुख अनवर ढेबर, अनिल टुटेजा तथा अन्य लोगों तक पहुंचाते थे। इसके संबंध में पूछताछ कर बयान लिया गया है। साथ ही मिली जानकारी के अनुसार प्रकरण की अगि्रम विवेचना चल रही है। इसे देखते हुए तीनों को न्यायिक रिमांड पर भेजने का अनुरोध किया।