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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 14 जुलाई। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने रविवार को सरकंडा स्थित नूतन चौक संप्रेक्षण गृह और तिफरा के शासकीय मूक-बधिर स्कूल का अचानक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान मुख्य न्यायाधीश ने बच्चों से बातचीत कर उनके भोजन और इलाज की स्थिति जानी। उन्होंने देखा कि बारिश की वजह से भवन में सीलन आ गई है। इस पर तुरंत मरम्मत और नवीनीकरण कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने सबसे पहले संप्रेक्षण गृह के हर कमरे को देखा और रसोई, रोशनी और शौचालय की हालत जानी। उन्होंने शौचालय में नई टाइल्स लगाने और खिड़कियों की टूटी जालियां बदलवाने को कहा। साथ ही साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखने के लिए भी अधिकारियों को हिदायत दी।
मुख्य न्यायाधीश ने किशोर न्याय बोर्ड में लंबित मामलों की जानकारी ली और प्रधान मजिस्ट्रेट को पुराने मामलों को जल्दी निपटाने को कहा।
इसके बाद उन्होंने तिफरा के शासकीय मूक-बधिर स्कूल का निरीक्षण किया। यहां भी बच्चों से मिलकर भोजन और स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में पूछा। उन्होंने हर हफ्ते एक विशेषज्ञ डॉक्टर की ड्यूटी लगाकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के निर्देश दिए। स्कूल भवन की हालत देखकर उन्होंने जरूरी मरम्मत कराने और रसोई व शौचालय में सफाई और रोशनी की अच्छी व्यवस्था रखने को कहा।
इस दौरान रजिस्ट्रार जनरल, रजिस्ट्रार न्यायिक, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारी भी साथ मौजूद रहे।