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शिलांग, 7 जुलाई। मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा थाने में 19-वर्षीय एक युवक को हिरासत में प्रताड़ित किया गया और शौचालय का पानी पिलाया गया।
अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि हिरासत में प्रताड़ित किये जाने के कारण युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गया।
पीड़ित की मां मिल्ड्रेड जिरवा ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) विवेक सिम के समक्ष औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें न्याय दिलाने और जवाबदेही तय करने का अनुरोध किया गया है।
अपनी प्राथमिकी में जिरवा ने कहा कि तीन जुलाई को पुलिस उसके बेटे गेटविन की तलाश में आई थी। यह मामला कुछ दिन पहले एक अन्य युवक से जुड़े झगड़े से जुड़ा था।
अधिकारियों के अनुसार, वह अपने बेटे के साथ सुबह करीब नौ बजे सोहरा थाने गई थी।
उसने आरोप लगाया, ‘‘मुझे यह देखकर आश्चर्य हुआ कि मेरा बेटा दोपहर करीब दो बजे गंभीर रूप से घायल अवस्था में थाने से बाहर आया। मैं उसे तुरंत सोहरा सीएचसी ले गई, जहां से उसे शिलांग सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया। तब से वह अस्पताल में है।”
उन्होंने पुलिस के आचरण पर सवाल उठाते हुए दावा किया, ‘‘अगर मेरे बेटे ने कोई अपराध किया था, तो उचित प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए था। रिहा होने से पहले उसे पुलिस थाने में थर्ड-डिग्री टॉर्चर का सामना करना पड़ा। यह दर्शाता है कि उसके मानवाधिकारों का उल्लंघन किया गया।’’
गेटविन ने अपनी पीड़ा को याद करते हुए आरोप लगाया कि हिरासत में लिये जाने के बाद, उसे पुलिस ने पीटा और फिर जेल में फेंक दिया।
युवक ने दावा किया, ‘‘जब मैंने पानी मांगा, तो उन्होंने मना कर दिया। मुझे शौचालय से पानी पीने के लिए मजबूर किया गया।’’
शिकायत के जवाब में, पुलिस विभाग ने जांच शुरू कर दी है। (भाषा)