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शिमला, 4 जुलाई। शिमला शहर के बाहरी इलाके में पांच मंजिला इमारत के ढहने की घटना की जांच की जाएगी और दुर्घटना स्थल के पास से गुजरने वाली चार लेन सड़क के निर्माण को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी। प्राधिकारियों ने यह जानकारी दी।
शिमला के उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बृहस्पतिवार को बताया कि अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (कानून-व्यवस्था) की अध्यक्षता में एक समिति इमारत के गिरने के कारणों की जांच करेगी और एक रिपोर्ट सौंपेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि एक अलग समिति कैथलीघाट और ढली के बीच सड़क परियोजना की स्थिति रिपोर्ट तैयार करेगी।
यह घटनाक्रम हिमाचल प्रदेश के पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों के बीच मतभेद उजागर होने के बाद सामने आया है।
माठू कॉलोनी में इमारत के ढहने के बाद एनएचएआई अधिकारियों पर कथित हमले के लिए सोमवार को मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
इमारत के मालिक और घटना के बाद असुरक्षित हुए घरों के मालिकों ने परियोजना को जिम्मेदार ठहराया है। परियोजना पर काम एनएचएआई की देखरेख में एक निजी कंपनी कर रही है।
कश्यप ने कहा कि अगर ढहे घर के आसपास के घरों को परियोजना के कारण खतरा पाया जाता है तो समिति उस पर भी एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
शिमला के उपायुक्त ने बताया कि निर्माण के कारण लोगों के घरों को खतरा है और कई लोगों ने इस संबंध में शिकायतें की हैं।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार बैठक में एनएचएआई से भी रिपोर्ट मांगने का निर्णय लिया गया।
उपायुक्त ने कहा कि सड़क निर्माण करने वाली कंपनी नियमों की अनुपालना के बारे में भी अपनी रिपोर्ट देगी। साथ ही, परियोजना के लिए अधिग्रहित भूमि पर भी अलग से रिपोर्ट मांगी गई है।
कश्यप ने एनएचएआई के अधिकारियों को प्रभावित लोगों की मांगों पर कदम उठाने के निर्देश भी दिए हैं।
इसके अलावा, उपायुक्त ने लोक निर्माण विभाग को आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त भवनों की जांच करने के निर्देश दिए, ताकि नुकसान का आकलन करने के बाद प्रभावित घरों के मालिकों को मुआवजा दिया जा सके। (भाषा)