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पूर्व गृह मंत्री ने केन्द्रीय एजेंसी से जांच मांगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 मार्च। पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने जल जीवन मिशन के कार्यों का डीपीआर तैयार करने के नाम पर एक निजी एजेंसी द्वारा कई सौ करोड़ का घोटाला करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस सिलसिले में पीएचई मंत्री अरूण साव को चिट्ठी लिखी है, और राज्यपाल रामेन डेका को भी पत्र लिखकर कार्रवाई का आग्रह किया है।
श्री कंवर ने अपने पत्र में बताया है कि प्रधानमंत्री की अतिमहत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन के जरिए पूरे देश में जनता को स्वच्छ पेयजल और पीने योग्य पानी मिल सके, इसके लिए कई हजार करोड़ का आबंटन दिया गया है। छत्तीसगढ़ के जिलों में कलेक्टर संबंधित विभाग के प्रमुख और ठेकेदार से मिलकर इस योजना को विफल कर कई सौ करोड़ का भ्रष्टाचार किया गया है।
पूर्व गृहमंत्री ने बताया कि जल जीवन मिशन की शुरूआत के पूर्व अफसरों ने अपने चहेते विंध्या टेलिलिंक्स लिमिटेड को इपीसी, डीपीआर, और अन्य कार्य की जिम्मेदारी दे दी। कंपनी द्वारा स्थल निरीक्षण किए बिना दफ्तर में बैठकर फर्जी डीपीआर तैयार किया गया जिसके कारण पूरे प्रदेश के जल जीवन मिशन, जो कि पीएम की महत्वाकांक्षी योजना है, इसमें कई सौ करोड़ की भ्रष्टाचार की बलि चढ़ गई।
उन्होंने बताया कि कंपनी द्वारा स्तरहीन कार्य कराया गया, और बकाया राशि के भुगतान की स्वीकृति ले रहे हैं। जबकि उक्त कार्य की जमीनी हकीकत शून्य है। श्री कंवर ने जल जीवन मिशन के संचालक की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं। कंवर ने योजना में भ्रष्टाचार के लिए केन्द्रीय एजेंसी से जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आग्रह किया है।