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छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायपुर, 23 जुलाई। मानसून सत्र के दूसरे दिन शून्यकाल में पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने किसानो के लिए खाद बीज की कमी और गहराती बिजली की समस्या को लेकर स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने की मांग की। बघेल ने कहा किसानों को खाद बीज की परेशानी हो रही है। सोसायटी से मिलने वाले बीज में अदला बदली की जा रही है। किसानों को बिजली भी नहीं मिल रही है।ये किसानों से जुड़ा मामला है। चर्चा कराई जाए। कांग्रेस के ही उमेश पटेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में किसान सरकार की तरफ आशा भरी नजरों से देख रहा है। रायगढ जिले में 26 घंटो तक बिजली सप्लाई नही हुई। यह रिकॉर्ड इस सरकार में बना है। इस दौरान विपक्ष के सदस्यों के साथ नोंक-झोंक हुई, और शोर शराबे के कारण सदन की कार्रवाई तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सत्ता पक्ष की तरफ से की गई टोका टिप्पणी... मंत्री केदार कश्यप ने कहा आप प्रभारी मंत्री की बैठक में यह बात क्यों नहीं उठाते। उमेश पटेल ने कहा कि प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत नहीं बोलूं तो कहां बोलूं। सत्ता पक्ष की टोका टिप्पणी पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा आप अपनी बात रखिए यह आपको रोकना चाहते हैं आप अपनी बात फ्लो में रखिए। पटेल की बातचीत के बीच भाजपा सदस्य सुशांत शुक्ला ने टोका। इस टोका टाकी से नाराज विपक्ष नारेबाजी करने लगे।सदन में गर्मा गर्मी रही। अध्यक्ष डॉ. सिंह ने खड़े होकर नारेबाजी शांत कराई। उमेश पटेल ने बिजली की समस्या पर स्थगन पर चर्चा कराने का आग्रह किया। कांग्रेस की ही संगीता सिन्हा ने कहा कि बालोद जिले के 90 प्रतिशत इलाके में किसानों को खाद बीज की समस्या की बात कही। श्रीमती सिन्हा ने कहा बालोद जिले में डीएपी खाद की बजाय दूसरा खाद दिया जा रहा है। मेरे यहां 92 फीसदी किसान है, जिन्हें डीएपी खाद की पूर्ति नहीं है। किसानों तक जो बीज पहुंच रहा है उसमे सिर्फ 10 फीसदी ही अंकुरित हो रहा है।
किसानों को खाद की समस्या के साथ बिजली की समस्या है,इसलिए इस विषय पर सदन में चर्चा होनी चाहिए। आज प्रदेश में स्थिति ऐसी हो गई है कि अगर प्रदेश में चुनाव होता है तो कांग्रेस की सरकार बनेगी। पटेल के वर्षा की स्थिति और डैम से पानी छोड़े जाने का भी मामला उठाया । इस पर धरमलाल कौशिक में कांग्रेस नेताओं को 5 साल तक चली उनकी सरकार की याद दिलाई। उन्होंने कहा अमानक थे इसलिए अमान्य कर दिए गए।
विपक्ष किसानों के लिए घडय़िाली आंसू बहा रहा-नेताम
विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि यह राजनीतिक दृष्टि से स्थगन प्रस्ताव लाया गया था। सभी विधायकों के विचार सुने और आज दावे के साथ कह सकता हूं कि कहीं खाद बीज की कमी नहीं है ।
ऐसी कई जगह है जहां पर वर्षा की कमी है ।इसलिए खाद बीज का उठाव कम है,मगर यूरिया का भंडारण पर्याप्त मात्रा में है।इसलिए किसानों से आग्रह है कि किसी के बहकावे में न आए।विपक्ष भ्रमित कर रहा है, डरा रहा है।विपक्ष किसानों के लिए घडय़िाली आंसू बहा रही है।