कोरबा

मिनीमाता बांगो डैम के 8 गेट खोले गए, निचली बस्तियों में बाढ़ का खतरा
06-Sep-2025 8:30 PM
मिनीमाता बांगो डैम के 8 गेट खोले गए, निचली बस्तियों में बाढ़ का खतरा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कोरबा, 6 सितंबर। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित प्रदेश का सबसे लंबा बांध मिनीमाता बांगो डैम लगातार बारिश और जलभराव के कारण अपने चरम स्तर पर पहुंच गया है।

शुक्रवार को डैम प्रबंधन ने 8 गेट खोल दिए, जिसके बाद हसदेव नदी में करीब 49,904 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। पानी की तेज रफ्तार को देखते हुए अब निचली बस्तियों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।

प्रशासन ने एहतियात के तौर पर अलर्ट जारी कर दिया है और नदी किनारे बस्तियों को खाली कराने की कार्रवाई शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि जलस्तर और बढऩे की स्थिति में और भी गेट खोले जा सकते हैं।

मालूम हो कि मिनीमाता बांगो डैम छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा मिट्टी और पत्थर से बना बांध है, जिसे हसदेव नदी पर बनाया गया है। इसकी लंबाई लगभग 2.5 किलोमीटर और ऊंचाई 55 मीटर है। बांध की कुल जल भंडारण क्षमता करीब 3.5 बिलियन घनमीटर है।

यह बांध प्रदेश की सिंचाई व्यवस्था की रीढ़ माना जाता है। इससे सरगुजा, कोरबा, रायगढ़ और जांजगीर-चांपा जिलों की लाखों हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलती है। इसके अलावा, यहां से बिलासपुर और कोरबा जैसे शहरों को पेयजल आपूर्ति की जाती है। बिजली उत्पादन के लिए भी यह डैम बेहद महत्वपूर्ण है। इससे जुड़े हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट से प्रदेश की ऊर्जा जरूरतों की एक बड़ी हिस्सेदारी पूरी होती है।

कोरबा जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे हसदेव नदी के आसपास न जाएं और अफवाहों पर ध्यान न दें। बचाव दल को मुस्तैद रखा गया है। राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारी लगातार प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं।


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