कोरबा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 9 मई। जिले के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में बुनियादी ढांचे के निर्माण और मरम्मत कार्य दो वर्षों से अधूरे पड़े हैं। आदिवासी विकास विभाग द्वारा वर्ष 2023 में 13 करोड़ 22 लाख 85 हजार रुपये की निविदा जारी की गई थी, परंतु सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) से अपेक्षित राशि अब तक नहीं मिली, जिससे कार्य अटक गया है।
सीएसआर फंड की प्रतीक्षा में जिला प्रशासन ने डीएमएफ (जिला खनिज न्यास निधि) से 40 फीसदी राशि अग्रिम रूप से जारी की थी। बावजूद इसके, कार्य की दूसरी किश्त नहीं मिलने पर कटघोरा स्थित स्कूल का मरम्मत कार्य पूरी तरह निरस्त कर दिया गया है। यहां भवन की स्थिति अत्यंत जर्जर हो चुकी है। जिले के अन्य विद्यालयों में भी निर्माणाधीन हॉल, लैब, टॉयलेट, कम्प्यूटर रूम और कक्षाएं अधूरी पड़ी हैं।
अप्रैल 2023 में आदिवासी विकास विभाग द्वारा 32 निर्माण कार्यों के लिए निविदा जारी की गई थी। इसमें भवन निर्माण के लिए 42.81 लाख, हॉल के लिए 45.90 लाख और मरम्मत कार्य हेतु 44.92 लाख का प्रावधान किया गया था। पहली किस्त के रूप में लगभग 15 से 19 लाख रुपये प्रति कार्य जारी किए गए थे।
हालांकि, कलेक्टर अजीत वसंत ने कहा है कि अधूरे भवन निर्माण कार्यों को डीएमएफ मद से पूरा किया जाएगा। सीएसआर फंड की प्रक्रिया अलग होती है और उसी समय राशि क्यों नहीं आई, यह अलग विषय है। परंतु छात्रों को बेहतर सुविधा मिले, इसके लिए निर्माण कार्य प्राथमिकता में है।
मालूम हो कि कोरबा जिले के दादरखुर्द, सीतामणी, कोहड़िया, साडा गर्ल्स, रूमगरा, पोड़ीबहार, कटघोरा ब्वॉयज, दर्री, अयोध्यापुरी, गोपालपुर, जमनीपाली, कुसमुंडा, दीपका और दुरपा स्थित आत्मानंद स्कूलों में कई आवश्यक कार्य अब भी अधूरे हैं