कोरबा

कोरबा में युवती ने प्रेमी के उकसावे पर दी जान, नाबालिग आरोपी हिरासत में
13-Apr-2025 1:25 PM
 कोरबा में युवती ने प्रेमी के उकसावे पर दी जान, नाबालिग आरोपी हिरासत में

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 13 अप्रैल।
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में 19 वर्षीय युवती ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस जांच में पता चला कि उसने यह कदम बिलासपुर के एक नाबालिग लड़के के साथ वीडियो कॉल पर हुए तीखे विवाद के बाद उठाया, जिसने उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर आत्महत्या के लिए उकसाया।

सीएसईबी चौकी क्षेत्र के 15 ब्लॉक निवासी राधिका साहू बिलासपुर में एक ब्यूटी पार्लर में काम करती थी। 3 अप्रैल को वह अपने घर कोरबा लौटी थी। उस दिन वह उदास और चुपचाप थी। परिजनों के अनुसार, राधिका ने किसी से ज्यादा बात नहीं की। मां को लगा कि वह थकान के कारण आराम कर रही है, लेकिन जब लंबे समय तक कमरे से कोई हलचल नहीं हुई, तो उन्होंने खिड़की से झांका। वहां राधिका का शव पाइप के सहारे फंदे से लटकता मिला। परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और जांच शुरू की।

पुलिस ने मौके से राधिका का मोबाइल फोन बरामद किया, जिसके विश्लेषण से चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। राधिका का पिछले एक साल से बिलासपुर के एक नाबालिग लड़के के साथ प्रेम संबंध था। हाल ही में लड़के ने उससे दूरी बनानी शुरू कर दी थी, जिसके चलते दोनों के बीच तनाव बढ़ गया। 10 अप्रैल को वीडियो कॉल पर दोनों में जमकर बहस हुई। लड़के ने राधिका को अपमानित किया, गाली-गलौज की और कथित तौर पर कहा, "तुम मर जाओ, मुझे तंग मत करो।" इसके बाद उसने राधिका का नंबर ब्लॉक कर दिया। बार-बार संपर्क करने की असफल कोशिशों के बाद राधिका ने यह आत्मघाती कदम उठा लिया।

 

पेशे से ड्राइवर राधिका के पिता कमलेश साहू ने बताया कि उनकी तीन बेटियों में राधिका सबसे छोटी थी। वह उस दिन बहुत परेशान दिख रही थी, लेकिन परिवार के पूछने पर भी उसने कुछ नहीं बताया। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से मोबाइल डेटा की जांच की और आरोपी नाबालिग को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।

सीएसईबी पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर धारा 108 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया। नाबालिग आरोपी को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया।

कोरबा पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अपने बच्चों के सोशल मीडिया और मोबाइल उपयोग पर निगरानी रखें। किसी भी असामान्य व्यवहार पर तुरंत ध्यान दें और पुलिस को सूचित करें, ताकि ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सके।


अन्य पोस्ट