खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 3 अप्रैल। खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय के कथक डांस विभाग के वार्षिक परीक्षा में पूछे गए सवाल को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित हो गई है। विद्यार्थियों ने गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं।
नाम न छापने के शर्त पर अध्यनरत विद्यार्थियों ने बताया कि बीपीए द्वितीय वर्ष के कथक नृत्य की मुख्य परीक्षा के हिंदी और अंग्रेजी के प्रश्नों में अंतर है। हिंदी में कुछ और तथा अंग्रेजी में कुछ और प्रश्न पूछे गए हैं। दीर्घ उत्तरी प्रश्न में हिंदी में पूछा गया की तीन ताल में एक कविता को लिपिबद्ध कीजिए, लेकिन इसी के अंग्रेजी अनुवाद में अलग प्रश्न पूछा गया है जिसमें तीन ताल में एक कवित्त और तीन ताल में एक परन का नोटेशन लिखिए। परीक्षा में इस प्रकार की गंभीर चूक से बीपीए दूसरे वर्ष के छात्रों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
विद्यार्थियों का कहना है कि यह पहला अवसर नहीं है की परीक्षा कार्य में लापरवाही हुई है। परिणाम में लेट लतीफी एक आम बात है लेकिन लापरवाही का आलम यह है कि हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के छात्रों के लिए एक ही प्रश्न पत्र में पूछे गए प्रश्न के मायने ही बदल गए।
विद्यार्थियों ने यह भी बताया कि पिछले वर्ष कथक विभाग के अध्यक्ष द्वारा विद्यार्थियों को प्रश्न पत्र दिया गया था तैयारी करने के लिए, लेकिन वही पुराना प्रश्न पत्र हू-ब-हू दूसरे दिन परीक्षा में आया था। इस प्रकार एक प्रकार से पेपर आउट हो गया था लेकिन तत्कालीन प्रशासन ने इस पर कोई समुचित कार्रवाई नहीं की।


