खैरागढ़-छुईखदान-गंडई

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 3 फरवरी। नगरीय निकाय आम निर्वाचन 2025 में उपयोग होने वाले वाली इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में मास्टर ट्रेनर्स ने राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों एवं आरओ, एआरओ के समक्ष प्रदर्शन किया। वही ईवीएम मशीन की कार्यप्रणाली और निष्पक्ष मतदान प्रक्रिया की जानकारी दी। मास्टर ट्रेनर्स ने ईवीएम के विभिन्न हिस्सों और उनके कार्यों का परिचय कराया। बताया कि कैसे मशीन से चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी और त्वरित बनाया जाता है। उपस्थित राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों ने अपनी शंकाओं का समाधान करते हुए ईवीएम के उपयोग के संबंध में प्रश्न पूछे। प्रशिक्षकों ने स्पष्ट किया कि सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा उपायों का विशेष ध्यान रखा जाएगा, ताकि मतदान प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से बचा जा सके।
नगरीय निकाय (शहरी क्षेत्र) में कंट्रोल यूनिट व बैलट यूनिट की सहायता से मतदान कराया जाएगा। बैलट यूनिट के ऊपर में अध्यक्ष प्रत्याशी व एक बटन छोडक़र नीचे पार्षद के मतपत्र के चिन्ह लगे होंगे। कंट्रोल यूनिट में कमान देने के बाद मतदाता एक अध्यक्ष व एक पार्षद के बटन को दबाकर वोट देंगे। वोट समाप्ति होने के बाद लंबी बीप की आवाज आएगी, जिससे मतदान होने का संकेत मिलेगा। इसी तरह अध्यक्ष व पार्षद के बैलेट यूनिट में नोटा (इनमें से कोई नहीं) का प्रावधान भी रहेगा। अध्यक्ष पद के लिए बैलेट यूनिट में सफेद कलर का मतपत्र व पार्षद के लिए गुलाबी कलर का मतपत्र का चिन्ह होंगे।