खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 20 दिसंबर। मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय भोपाल के छात्रों ने इन्दिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में रानी दाई नाटक की शानदार प्रस्तुति दी। प्रसिद्ध लेखक नंदकिशोर तिवारी द्वारा रचित रानी दाई नाटक छत्तीसगढ़ के डभरा तहसील के समीप एक गांव की कहानी है जिसे देखने दर्शकों की भीड़ लगी रही। उक्त कार्यक्रम की प्रस्तुति इन्दिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के नाट्य विभाग के सहयोग से 15 दिसंबर व 16 दिसंबर को दी गई।
कार्यक्रम के प्रथम दिन मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय के छात्रों द्वारा छत्तीसगढ़ी भाषा में रानी दाई नाटक की प्रस्तुति दी गई जिसे देखने जिला न्यायाधीश चंद्रकुमार कश्यप, कुलसचिव प्रेम कुमार पटेल व साहित्यकार डॉ.जीवन यदु सहित बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अधिष्ठाता लोक संगीत एवं कला संकाय व विभागाध्यक्ष थियेटर डॉ.योगेन्द्र चौबे ने किया। कार्यक्रम के द्वितीय दिवस इसी नाटक को अलग माध्यम से पेश किया गया जिसमें नारी जीवन की व्यथाओं को नाटक के माध्यम से लोगों के समक्ष रखा गया। द्वितीय दिवस अतिथि के रूप में साहित्यकार डॉ.पी सी लाल यादव, दृश्यकला संकाय के अधिष्ठाता प्रो.डॉ. राजन यादव सहित दर्शकगण मौजूद रहे जिन्होंने कार्यक्रम की खूब सराहना की। रानी दाई नाटक के संगीत, परिकल्पना एवं निर्देशन अधिष्ठाता व विभागाध्यक्ष थियेटर डॉ.योगेन्द्र चौबे ने किया वहीं सहायक निर्देशक श्री शैलेन्द्र कुशवाहा रहे। यह नाटक एक स्त्री के पुरूष के प्रति प्रेम, करूणा, दया, ममता और विश्वास को रेखांकित करने वाला नाटक है। अलग-अलग प्रांत के छात्रों ने छत्तीसगढ़ी भाषा में नाटक की प्रस्तुति दी।
नाटक की खास बात यह रही कि मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय में अलग-अलग प्रांत के छात्रों द्वारा छत्तीसगढ़ी भाषा में नाटक की प्रस्तुति दी गई। मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय के निदेेशक श्री टीकम जोशी के निर्देशन में इन छात्रों ने एक माह तक विश्वविद्यालय में रूककर छत्तीसगढ़ी भाषा, संस्कृति सहित यहां की लोकनृत्यों, लोकगीतों का अध्ययन किया और इसे अपनाया। मात्र एक महीने में ही इन छात्रों ने छत्तीसगढ़ी भाषा का अध्ययन कर इस नाटक की प्रस्तुति दी है जिसे खूब सराहा गया। कार्यक्रम की अगली प्रस्तुति 19 एवं 20 दिसंबर को भोपाल के रविन्द्र भवन में दी जायेगी।


