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साफ सुथरी छवि वाले हों कुलपति- यशोदा
15-Dec-2024 2:27 PM
साफ सुथरी छवि वाले हों कुलपति- यशोदा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 15 दिसंबर।
इन्दिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ में कुलपति की चयन प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। 
प्राप्त जानकारी अनुसार कुलपति की नियुक्ति हेतु 23 दिसंबर को राजभवन में आवेदनकर्ताओं का साक्षात्कार आयोजित होने वाला है। 

इन्दिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के कुलपति चयन को लेकर खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक यशोदा नीलांबर वर्मा ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय का कुलपति साफ सुथरी छवि वाला होना चाहिए, जो सबको साथ लेकर विश्वविद्यालय एवं विद्यार्थियों के हित में कार्य करें। खैरागढ़ का संगीत विश्वविद्यालय एशिया प्रसिद्ध है जो हमारे छत्तीसगढ़ के साथ-साथ नगर का गौरव है इस लिहाज से भी कुलपति का दायित्व बढ़ जाता है और नगर के विकास की बात भी होनी चाहिए। स्थानीय लोगों को विश्वविद्यालय से जुड़े तमाम गतिविधियों में तवज्जो दिया जाना चाहिए। वर्तमान में नगर वासी अपने को विश्वविद्यालय के मामले में उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। 

विधायक यशोदा नीलांबर वर्मा ने आगे कहा कि कुलपति चयन के समय यह भी ध्यान रखना आवश्यक है कि चयनित व्यक्ति के विरुद्ध किसी प्रकार का पुलिस प्रकरण दर्ज न हो और किसी संस्था में कार्य करते समय उनका कार्यकाल विवादित न रहा हो। कुलपति का पद अत्यंत महत्वपूर्ण एवं विभिन्न दायित्वों से परिपूर्ण है अतएव इस पद पर नियुक्ति काफी सोच विचार कर किया जाना चाहिए। ऐसा व्यक्ति कुलपति बने जिसमें नेतृत्व क्षमता हो और सबको बिना किसी भेदभाव के साथ लेकर चले। इस विश्वविद्यालय में पांच संकाय-  संगीत संकाय, नृत्य संकाय, दृश्य कला संकाय, कला संकाय और लोक संगीत एवं कला संकाय के साथ-साथ योग केंद्र सहित कुल 21  विभाग हैं। 

इन सभी विभागों में अध्यनरत विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के सर्वांगीण विकास का दायित्व भी कुलपति का होता है।
अकादमिक गतिविधियों के साथ-साथ कुशल प्रशासनिक क्षमता वाले को कुलपति बनाया जाना श्रेयस्कर होगा। अध्ययन अध्यापन के साथ-साथ भारतीय संगीत और कला का संरक्षण और संवर्धन की दिशा में विशेष प्रयास कर सके वहीं शिक्षा के मंदिर को भेदभाव व गुट बाजी से दूर रखने में सफल हो सके।
 


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